नई दिल्ली: भारत एवं बांग्लादेश के सीमा सुरक्षा बलों ने शनिवार को हुई एक वार्ता के दौरान सीमा पर होने वाली मौत की घटनाओं में कमी लाने के लिए सुयंक्त प्रयास करने का निर्णय लिया. इस दौरान बीएसएफ ने कहा कि उसकी ओर से गोलीबारी तभी होती है जब स्थिति ‘‘खराब” हो जाती है और उसके जवानों का जीवन खतरे में हो. 


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बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक स्तरीय 48वीं द्विवार्षिक वार्ता ढाका में संपन्न हुई. इसमें दोनों देशों की साझा 4,096 किलोमीटर की सीमा के आस-पास अपराध, मवेशियों एवं मादक पदार्थों की तस्करी पर बेहतर तरीके से नियंत्रण करने के लिए सहयोग बढ़ाने का परस्पर निर्णय लिया गया. 


बीएसएफ के प्रमुख रजनीकांत मिश्रा ने वार्ता के दौरान कहा कि पिछले कुछ महीनों में शरारती तत्वों एवं अपराधियों के हमलों में एक सैनिक की मौत हुई जबकि 39 “गंभीर रूप” से घायल हुए. 


बांग्लादेश ने बैठक में बीएसएफ द्वारा सीमा पर मारे जा रहे अपने लोगों को लेकर चिंता दोहराई जबकि भारतीय बल इस बात पर कायम रहा कि उसका लक्ष्य अपराध को रोकना और जहां तक संभव हो किसी को भी हताहत होने से बचाना है.