नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव (2021 West Bengal Legislative Assembly election) से पूर्व राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है. हिंसा के आरोपों के साथ ही बीजेपी (BJP) ममता बनर्जी सरकार पर लगातार हमलावर है. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर लगातार बीजेपी, संघ के कार्यक्रमों के दौरान हिंसा के आरोप लगते रहे हैं. इस बीच अन्य राजनीतिक दल भी बंगाल की लड़ाई में कूद चुके हैं. केंद्र द्वारा नेताजी के जन्मदिन को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाने के फैसले पर भी राजनीति हो रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हिंसा के पक्ष में कौन?
दिल्ली से आप (AAP) के विधायक सौरभ भरद्वाज ने कहा है कि हिंसा की परम्परा स्वस्थ नहीं है लेकिन इसकी शुरुआत बीजेपी (BJP) ने की है. बीजेपी को ही खत्म करनी पड़ेगी. वर्ना आगे जा कर इन्हें यह कहने का हक नहीं रहेगा की ऐसा क्यों हो रहा है. उन्होंने पुराने बयानों के लिए अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा पर भी निशाना साधा. 


VIDEO



'TMC कार्यकर्ता कर सकते हैं गड़बड़ी'
वहीं मेदिनीपुर से बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने कहा है कि TMC से यहां हर कोई नाराज है, समय आने पर इन्हें जवाब दिया जाएगा. बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ता (TMC Worker) बौखलाहट में हम पर हमला कर रहे हैं. मोदी सरकार (Modi Government) द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को पराक्रम दिवस (Parakram Diwas) के तौर पर मनाने का फैसला लिए जाने पर उन्होंने कहा, ममता बनर्जी 10 साल में नेताजी और गांधीजी का फोटो लगाकर दुकान चला रही हैं. साथ ही उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा चुनाव प्रभावित करने की कोशिश का अंदेशा जताते हुए कहा कि जितनी जल्दी पैरामिलिट्री फोर्स आ जाएगा उतना अच्छा होगा.


ह भी पढ़ें: Kashmiri पंडितों की 7 दर्दनाक कहानियां, 31 साल बाद जानिए 19 जनवरी को क्या हुआ था


'पराक्रम दिवस पर राजनीति न हो'
बीजेपी (BJP) के राज्य सभा सासंद हरनाथ यादव ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) पर निशाना साधते हुए कहा, 'ममता बनर्जी दया की पात्र हैं, उनका दिमाग खराब हो गया है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और ममता को मानसिक अस्पताल में भेजने की जरुरत है.' उन्होंने कहा, बंगाल के लिए शुभ घड़ी आई है. बीजेपी बंगाल के सोनार बांग्ला के सपने को साकार करेगी. वहीं कांग्रेस नेता व पूर्व एससी आयोग अध्यक्ष पीएल पुनिया ने कहा कि बंगाल में हिंसा की घटनाओं को हर हालत में रोकना चाहिए. साथ ही पराक्रम दिवस पर उन्होंने कहा, नेताजी किसी एक प्रदेश के या एक राजनीतिक दल के नहीं हैं. उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाएं लेकिन इसको राजनीति से जोड़ना गलत है. 


LIVE TV