Sanjauli Masjid Controversy Update: शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ हिंदू संगठनों का प्रदर्शन तेज हो गया है. जिला प्रशासन की निषेधाज्ञा के बावजूद आज हजारों लोग सड़कों पर उतरे और सुक्खू सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. लोगों ने पुलिस- प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अवैध 'ढांचे' को ढहाने की मांग की. प्रदर्शन को कंट्रोल करने में पुलिस अधिकारियों के पसीने छूट गए. प्रशासन ने ऐहतियातन कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. 


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रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने अवैध 'ढांचे' की ओर जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग कर रखी है. संजौली ही नहीं, पूरे शिमला में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-163 लागू है यानी वहां पर 5 या उससे अधिक लोगों के जुटने पर प्रतिबंध है. प्रदर्शन को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.


संजौली में अवैध 'ढांचे' पर क्यों 'संग्राम'?


प्रदर्शनकारियों के मुताबिक, संजौली में कुछ लोगों ने एक जगह पर अवैध रूप से एक मंजिला बिल्डिंग बनाकर वहां अवैध मस्जिद खोल दी. इसके बाद कोरोना काल के दौरान मौके का फायदा उठाकर धीरे- धीरे उस मस्जिद को 5 मंजिला कर दिया गया. लोगों का कहना कि इस मामले में पुलिस- प्रशासन को कई बार शिकायत की गई लेकिन उसने अवैध निर्माण रोकना गवारा नहीं किया. 


शिमला नगर निगम खेल रहा नोटिस- नोटिस


लोगों का कहना है कि जब संजौली में अवैध मस्जिद बननी शुरू हुई तो तुरंत शिमला नगर निगम में शिकायत दी गई लेकिन निगम के अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बजाय वे नोटिस- नोटिस खेलने में लग गए. निगम के अधिकारी इस मामले में अब तक 35 बार नोटिस जारी कर चुके हैं. इसके साथ ही नगर निगम के कमिश्नर कोर्ट में 45 बार सुनवाई हुई लेकिन अवैध ढांचे पर कोई एक्शन नहीं हुआ. लोगों का यह भी कहना है कि मस्जिद बनने के साथ ही संजौली में मुस्लिम आबादी भी तेजी से बढ़ती जा रही है. 


मामले ने अचानक कैसे पकड़ा तूल?


जानकारी के मुताबिक शिमला के मल्याणा इलाके में 37 साल के युवक विक्रम सिंह के साथ 6 लोगों ने बुरी तरह मारपीट कर दी. इसके बाद हमलावर धमकी देते हुए पास की मस्जिद में घुस गए. जब इस घटना का शिमला के लोगों को पता चला तो उनके सब्र का बांध टूट गया और वे बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरना शुरू हो गए और अवैध मस्जिद को हटाने की मांग उठाई. तब से लोगों का यह प्रदर्शन लगातार जारी है. हिंदू युवक के साथ मारपीट मामले में पुलिस गुलनाव, सैफ अली, शारिक, रोहित समेत कई लोगों को अरेस्ट कर चुकी है. 


प्रशासन ने अवैध ढांचे का बिजली- पानी क्यों नहीं काटा?


संजौली में बने अवैध ढांचे को लेकर कांग्रेस की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में दोफाड़ की स्थिति बन गई है. पिछले दिनों सदन में बोलते हुए सुक्खू सरकार में  ग्रामीण विकास- पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने इस मामले में गहरी चिंता जताई थी. उन्होंने कहा कि संजौली में पहले अवैध तरीके से मस्जिद का निर्माण शुरू हुआ. पहले एक मंजिल बनी और फिर बिना परमीशन के 4 मंजिल और बना दी गई. अब संजौली में महिलाओं का सड़क पर चलना दूभर हो गया है. उन्होंने अब तक अवैध मस्जिद की बिजली-पानी न काटने को लेकर प्रशासन पर सवाल भी उठाया.