कोरोना महामारी पर बिगड़ रहे हालात को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन को कड़े निर्देश दिए हैं. WHO ने चीन को देश में वैक्सीनेशन बढ़ाने पर जोर देने को कहा है. साथ ही चीनी सरकार को कोरोना के मरीजों का रियल टाइम डेटा शेयर करने को कहा है. दरअसल, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन का दौरा किया और वहां नेशनल हेल्थ कमीशन के अधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने चीन के नेशनल डिजीज कंट्रोल टीम से भी बातचीत की.


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30 दिसंबर को WHO और चीन के बीच COVID-19 मामलों में मौजूदा उछाल को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग हुई, ताकि चीन में कोरोना की वर्तमान स्थिति के बारे में और जानकारी प्राप्त की जा सके और WHO के एक्सपर्ट्स उन्हें मदद कर सकें.


इस बैठक में चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण व रोकथाम प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने डब्ल्यूएचओ को चीन की रणनीति और कोविड-19 महामारी के लिए उठाए कदम, वेरिएंट की निगरानी, ​​​​टीकाकरण, ​​​​देखभाल, कम्यूनिकेशन और अनुसंधान एवं विकास के बारे में जानकारी दी.


डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीन जल्द से जल्द अस्पतालों में भर्ती मरीजों का रियल टाइम डाटा नियमित रूप से शेयर करे. जेनेटिक सीक्वेंसिंग पर ध्यान दें और वैक्सीनेशन बढ़ाए. साथ ही WHO ने अस्पतालों में भर्ती साधारण मरीज, आईसीयू में मौजूद मरीज और इस बीमारी से होने वाली मौतों का डाटा शेयर करने के निर्देश जारी किए हैं.


इसके अलावा, विशेष रूप से कमजोर लोगों और 60 वर्ष से अधिक के उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन डेटा और वैक्सीनेशन की स्थिति भी बताएं. डब्ल्यूएचओ ने हाई रिस्क वाले लोगों के लिए, गंभीर बीमारी वाले लोगों और लगातार हो रही मौतों से बचाने के लिए टीकाकरण और बूस्टर डोज के महत्व को दोहराया.


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