JDU MP Devesh Chandra Thakur: चुनावी नतीजों के बाद यूं तो जनता-जनार्दन के फैसले का सम्मान करने की परंपरा रही है. लेकिन कुछ मामलों में ऐसा नहीं होता. कभी जीते तो कभी हारे या फिर दोनों ही नतीजों की समीक्षा के दौरान कुछ ऐसा कह देते हैं कि बवाल मच जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ जेडीयू के नेता देवेश चंद्र ठाकुर के साथ जिनके बयान से न सिर्फ पटना बल्कि पूरे बिहार की सियासत में उबाल आ गया. बात निकली तो दूर तक गई और उन्हें सफाई देनी पड़ी. अब मामला कुछ ठंडा पड़ता उससे पहले बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने आग में घी डाल कर मामले को एक बार फिर सुलगा दिया है. 


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कौन हैं देवेश चंद्र ठाकुर?


देवेश चंद्र ठाकुर बिहार के सीतामढ़ी से जनता दल यूनाइटेड यानी जेडीयू के सांसद हैं. देवेश चंद्र ठाकुर ने हाल ही में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है. देवेश चंद्र ठाकुर बिहार विधान परिषद के सभापति भी हैं. उन्होंने अपने लोकसभा संसदीय क्षेत्र सीतामढ़ी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि 22 साल से राजनीति में सक्रिय होने के दौरान उन्होंने सबसे ज्यादा काम यादव और मुस्लिम समाज का किया. लेकिन इस चुनाव में इन लोगों ने बिना किसी कारण उन्हें वोट नहीं किया. अब अगर इस समाज के लोग काम कराने के लिए आते हैं तो हम चाय नाश्ता तो जरूर कराएंगे लेकिन उनका काम नहीं करेंगे. जिनको आना है आए चाय-नाश्ता करें और जाये, मदद की उम्मीद ना करे.


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बयान पर सफाई


अपने बयान को तूल पकड़ता देख ठाकुर भी कुछ बैकफुट पर आए. उन्होंने विवादित बयान पर अपना पक्ष रखा. हालांकि पहले तो देवेश ठाकुर अपने बयान पर अड़े रहे और बोले कि यह उनकी अभिव्यक्ति की आजादी का मामला है. बाद में उन्होंने कहा- 'हम सबके लिए काम करेंगे. हम यादवों और मुसलमानों का भी काम करेंगे. मेरी भावना को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया. मैं पहले भी सभी के लिए काम करता था और आगे भी करूंगा. जब नेता किसी का काम नहीं करते तो जनता उनके खिलाफ बोलती है. लगाातार काम करने के बाद भी वोट नहीं मिलने पर मैंने अपनी भावना रखी थी. मुझे किसी भी पार्टी से धर्मनिरपेक्षता का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है. मैं धर्मनिरपेक्ष था और हूं. मुझे मेरे काम के बदले समर्थन की उम्मीद थी लेकिन समर्थन नहीं मिलने पर दुख हुआ. मैं दुखी हूं इसलिए अपनी भावना रखी, जिसे गलत तरीके से प्रचारित किया गया.'


गिरिराज सिंह ने किया समर्थन


गिरिराज सिंह ने ठाकुर के बयान पर कहा, 'मुसलमान बीजेपी को रोकना चाहते हैं. मुझे इन पर भरोसा नहीं है. ये देश को गजवा ए हिंद बनाना चाहते हैं.' गिरिराज यहीं पर नहीं रुके, आगे उन्होंने खुलेआम मीडिया में कहा कि वो 2014 से ये जुल्म झेलते आए हैं. देवेश चंद्र ठाकुर की आंख आज खुली है.'


गिरिराज ने कहा कि देवेश चंद्र ठाकुर ने अपनी पीड़ा को साझा किया है. उन्होंने दावा कर कहा कि मुसलमानों ने उन्हें भी बेगूसराय में वोट नहीं दिया. उन्हें अब इसका पता लगा है और उन्होंने इस बात को सार्वजनिक कर दिया है.


बीजेपी और जेडीयू ने बनाई दूरी!


हालांकि गिरिराज सिंह के अलावा बीजेपी और जेडीयू दोनों ही दलों ने ठाकुर के बयान से कन्नी काटते हुए इसे उनका निजी बयान बताते हुए कहा कि उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था.