Shama Mohammed: कांग्रेस की शमा मोहम्मद कौन हैं? पुलिस के `जल प्रहार` के सामने अकेले ही खड़ी हो गईं
Kannur News in Hindi: केरल में कांग्रेस की नेता शमा मोहम्मद ने आज पुलिस की वाटर कैनन का जमकर सामना किया. एक प्रोटेस्ट के दौरान वे पुलिस के `जल प्रहार` के सामने अकेले ही खड़ी हो गईं.
Who is Shama Mohammed: केरल में एडीएम सुसाइड केस की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस ने आज कन्नूर में प्रोटेस्ट मार्च निकाला. इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पानी की बौछारें की. वाटर कैनन का अटैक होते ही बाकी कार्यकर्ता तो दूर हट गए लेकिन पार्टी की महिला नेता शमा मोहम्मद पुलिस के सामने दीवार की तरह डट गईं. वे पुलिस के 'जल प्रहार' के सामने अकेले ही खड़ी हो गईं, जिसके बाद पुलिस को पानी की बौछारें रोकनी पड़ गईं. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड पर चढ़कर प्रोटेस्ट किया और बाद में पुलिस उन सभी को हिरासत में लेकर थाने ले गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
कौन हैं शमा मोहम्मद, जो पुलिस के सामने डट गईं?
शमा मोहम्मद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं. वे पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता और नेशल मीडिया पैनलिस्ट भी हैं. वे मूल रूप से केरल के कन्नूर जिले की रहने वाली हैं. ग्रेजुएशन के बाद वे टीवी पत्रकार के रूप में भी काम कर चुकी हैं. वे मैरिड हैं और उनके 2 बच्चे हैं. वे महिला अधिकारों, स्वास्थ्य सेवा, जनसंख्या नियंत्रण, शिक्षा और मैला ढोने वालों के अधिकारों की प्रबल समर्थक रही हैं.
पत्रकारिता के बाद रखा राजनीति में कदम
पत्रकारिता के बाद उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर राजनीतिक में कदम रखा. उनकी प्रतिभा को देखते हुए पार्टी ने जुलाई 2015 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया. इसके बाद पार्टी की ओर से दिसंबर 2018 में उन्हें नेशनल मीडिया पैनलिस्ट बनाया गया. वह कन्नूर में राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और माना जा रहा है कि राज्य में होने अगले असेंबली चुनाव में वे कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार हो सकती हैं.
क्या है कन्नूर एडीएम सुसाइड केस?
बताते चलें कि कन्नूर जिले के एडीएम नवीन बाबू की आत्महत्या का मामला गरमाया हुआ है. घटना के बाद एडीएम के भाई प्रवीण बाबू ने कन्नूर की पूर्व जिला पंचायक्ष अध्यक्ष रहीं पीपी दिव्या के खिलाफ 17 अक्टूबर को केस दर्ज करवाया था. उनका आरोप है कि दिव्या के उकसाने पर ही उनके भाई को सुसाइड के लिए मजबूर होना पड़ा. इस घटना के बाद आरोपी फरार हो गई थी. इसके बाद उसने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर पुलिस कस्टडी में भेज दिया. इस मामले में डीएम की भूमिका की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस आंदोलन कर रही है.