Swapna Patkar: गोरेगांव के पात्रा चॉल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की गवाह स्वप्ना पाटकर ने एक लेटर लिखा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अतिरिक्त निदेशक (पश्चिमी क्षेत्र) को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मामले की जांच के दौरान उनके द्वारा दिए गए बयानों को बदलने के लिए उन्हें रेप और जान से मारने की धमकी दी गई. इस मामले में शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत भी एक आरोपी हैं.


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ईडी को लिखे पत्र में पाटकर ने कहा है कि मैं आपके संज्ञान में लाना चाहती हूं कि मामले के आरोपी और उसके गुंडे लगातार मुझे धमकाने में लगे हैं और अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं. मुझे लगातार धमकाया जा रहा है. जांच के दौरान दिए गए अपने बयानों को बदलने के लिए कहा जा रहा है और दबाव डाला जा रहा है.



कांच की बोतल टूटने की आवाज सुनाई दी
इससे पहले भी स्वप्ना पाटकर ने मुंबई के वकोला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि बुधवार को किसी ने उनके आवास परिसर में एक बोतल फेंकी थी और उस बोतल में एक पत्र मिला था, जिसमें उन्हें अदालत में अपनी आवाज उठाने के खिलाफ धमकी दी गई थी.


शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत पात्रा चॉल मामले में कथित आरोपित हैं. 28 जून 2022 को ईडी ने 1034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की रोकथाम के सिलसिले में राउत को तलब किया था.


क्या है पात्रा चॉल मामला?
मुंबई के उत्तरी भाग में गोरेगांव नाम का एक उपनगर है. यहां एक इलाका है सिद्धार्थ नगर. इसी सिद्धार्थ नगर को पात्रा चॉल के नाम से भी जाना जाता है. पात्रा चॉल में 47 एकड़ में कुल 672 घर बने हुए हैं. साल 2008 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने पात्रा चॉल को रीडेवलप करने का प्रोजेक्ट तैयार किया और कॉन्ट्रैक्ट दिया गुरू आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (GACPL) को. इस प्रोजेक्ट के तहत पात्रा चॉल के लोगों का पुनर्वास भी करना था.


संजय राउत गए जेल
प्रोजेक्ट के लिए एक एग्रीमेंट साइन हुआ. इसमें तीन पार्टियां शामिल हुईं. GACPL, पात्रा चॉल में रहने वाले लोगों का समूह और MHADA. एग्रीमेंट के तहत GAPCL को पात्रा चॉल के लोगों को 672 फ्लैट उपलब्ध कराने थे. MHADA के लिए फ्लैट्स डेवलप करने थे और बची हुई जमीन को प्राइवेट डेवलपर्स को बेचना था. इधर 14 साल बीतने के बाद भी पात्रा चॉल के लोगों को फ्लैट्स का इंतजार है.   ED ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत को 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था और उन्हें नौ नवंबर 2022 को जमानत पर रिहा कर दिया गया था.


अब जानें कौन हैं  स्वप्ना पाटकर 
डॉ स्वप्ना पाटकर एक मनोचिकित्सक हैं. इसके साथ ही वह द रॉयल मराठी एंटरटेनमेंट नाम की एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं. 2013 में, उन्होंने जीवन फंडा नामक एक प्रेरणादायक पुस्तक भी लिखी है. वह माइंड वर्क्स ट्रेनिंग सिस्टम नामक एक परामर्श क्लीनिक भी चलाती हैं. डॉ स्वप्ना पाटकर मुंबई में केसर 12 नामक एक बहु-व्यंजन पारिवारिक रेस्तरां भी चलाती हैं. मार्च 2013 में रेस्तरां के उद्घाटन में अभिनेता संजय दत्त के अलावा संगीतकार व गायक ने भाग लिया था. सबसे बड़ी बात यह है कि सामना में वे कॉरपोरेट मंत्र और मैन ऑफ द वीक नाम से कॉलम भी लिखती थीं.


कैसे हुई संजय राउत से मुलाकात?
स्वप्ना पाटकर ने पुलिस को दिए अपने बयान में खुलासा किया था कि उनकी मुलाकात संजय राउत से 2007 में हुई थी. उस समय संजय राउत नेता नहीं बल्कि एक न्यूजपेपर के कार्यकारी संपादक थे. स्‍वप्ना ने पुलिस को बताया था कि हमारी मुलाकात के बाद दोनों के बीच पारिवारिक संबंधी बन गए. संजय राउत ने बिजनेस पार्टनर बनने का ऑफर दिया. लेकिन जब मैंने इनकार कर दिया तो संजय राउत काफी नाराज हो गए और 20 नवंबर, 2016 को जब वो उनसे मिलने उनके ऑफिस पहुंची तो संजय ने मेरा हाथ पकड़ा. और जोर-जोर से मेरे ऊपर चिल्लाने लगे और मुझे पुलिस कार्रवाई की धमकी दी थी.