Arvind Kejriwal resigns Political reactions: अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे वाली बात के ऐलान से दिल्ली की सियासत (Delhi Politics) में 440 वोल्ट का करंट लग गया है. आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने दिल्ली में समय से पूर्व विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है. AAP के इस रणनीतिक फैसले पर आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि केजरीवाल ने अग्निपरीक्षा देने का फैसला किया है. वह जनता के बीच में जाएंगे. उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि आप देखिएगा दिल्ली की आम जनता केजरीवाल की ईमानदारी पर मुहर लगाएगी और काम के नाम पर केजरीवाल को फिर चुनेगी. राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कहा कि 2020 में भी केजरीवाल ने काम के नाम पर वोट मांगा था.


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कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया


कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान को नौटकी बताया है. उन्होंने कहा कि अगर इस्तीफा देना था तो दो दिन बाद क्यों? उन्हें तो बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था.


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बीजेपी से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी


बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही हैं. सबसे पहले मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसे मास्टर स्ट्रोक नहीं ओवर स्मार्ट कदम बताया है. वहीं हरीश खुराना समेत कई नेताओं ने केजरीवाल के इस्तीफे वाली बात पर कहा, कि जब सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री पद से जुड़ा कोई भी काम करने से मना किया है, शर्तों पर जमानत दी है, जब कुछ कर ही नहीं पाएंगे तो इस्तीफा देकर सिपैंथी बटोरने की चाल अब केजरीवाल ने चली है.


पत्नी को सीएम बनाना चाहते हैं केजरीवाल: सिरसा  


सिरसा ने ये दावा भी किया- 'केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता को मुख्यमंत्री बनाने के लिए ये दांव चला है,'



बीजेपी के अन्य नेताओं ने कहा कि अब दो दिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को विलाप चलेगा. वो रो रोकर केजरीवाल को इस्तीफा देने से मना करेंगे, कुछ वैसा सीन क्रिएट हो सकता है जैसे सोनिया गांधी ने जब पीएम बनने से इनकार किया था तब कांग्रेस के नेताओं ने उनके पक्ष में माहौल बना दिया था. 


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खैर सियासत में अनंत संभावनाएं होती हैं. ऐसे में केजरीवाल के इस्तीफे को कोई नौटंकी तो कोई नैतिकता और महानता की पराकाष्ठा बना रहा है.