Mani Shankar Aiyer: ...तो इसलिए कांग्रेस से चुन-चुनकर बदला ले रहे मणिशंकर अय्यर! असली INSIDE STORY तो ये है
Mani Shankar Aiyer Gandhi Family Relations: मणिशंकर अय्यर के मुताबिक गांधी परिवार से रिश्ते अब ठीक नहीं हैं. 10 साल तक उन्हें एक बार के अलावा सोनिया गांधी से अकेले मिलने या राहुल गांधी के साथ कोई सार्थक समय बिताने का मौका नहीं दिया गया.
Mani Shankar Aiyer Book: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं मणिशंकर अय्यर, जो कभी कांग्रेस के लिए मणि साबित होते थे. लेकिन पिछले दस वर्षों से कांग्रेस के लिए विष बने हुए हैं. उनकी जुबान से कई बार ऐसे बयान निकले हैं जिन्होंने कांग्रेस को मुश्किल में डाला है. लेकिन ये सवाल पूछा जाता रहा है कि क्या मणिशंकर अय्यर ऐसे बयान जानबूझकर देते हैं?
अब इसका जवाब मणिशंकर अय्यर के खुलासों में छिपा है, जो उन्होंने अपनी किताब Mani Shankar Aiyar A Maverick in Politics में किए हैं. मणिशंकर अय्यर ने गांधी परिवार पर डायरेक्ट अटैक किया है और आरोप लगाया है कि गांधी परिवार ने उनका करियर बर्बाद किया.
अब गांधी परिवार से ठीक नहीं अय्यर के रिश्ते
मणिशंकर अय्यर के मुताबिक गांधी परिवार से रिश्ते अब ठीक नहीं हैं. 10 साल तक उन्हें एक बार के अलावा सोनिया गांधी से अकेले मिलने या राहुल गांधी के साथ कोई सार्थक समय बिताने का मौका नहीं दिया गया. मणिशंकर अय्यर ने अपनी किताब में लिखा है कि एक बार उन्होंने सोनिया गांधी को Merry Christmas की शुभकामनाएं दीं तो सोनिया गांधी ने उनसे कहा - मैं क्रिश्चियन नहीं हूं.
मणिशंकर अय्यर ने लिखा है कि 2024 के चुनाव में उन्हें राहुल गांधी ने टिकट नहीं दिया और कहा कि हरगिज मणिशंकर अय्यर को टिकट नहीं देंगे क्योंकि वो बहुत बूढ़े हो गए हैं. प्रियंका गांधी के बारे में मणिशंकर अय्यर लिखते हैं कि दो मौकों को छोड़कर प्रियंका के साथ मेरी मुलाकात नहीं हुई है. वो मुझसे फोन पर बात करती हैं, इसलिए मैं उनके संपर्क में हूं.
चुन-चुनकर बदला ले रहे मणिशंकर अय्यर
गांधी परिवार के बारे में मणिशंकर अय्यर ने लिखा है कि मेरा राजनीतिक करियर गांधी परिवार ने बनाया और गांधी परिवार ने ही इसे खत्म कर दिया. राजनीतिक पंडित कह रहे हैं कि मणिशंकर अय्यर पिछले दस वर्षों में जो विवादित बयान दे रहे थे वो कांग्रेस खासकर गांधी परिवार से चुन-चुनकर बदला ले रहे थे क्योंकि मणिशंकर अय्यर ने जब-जब कोई बयान दिया, तब-तब कांग्रेस में संकट के बादल मंडराए और बीजेपी को इसका फायदा पहुंचा.
साल 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले मणिशंकर अय्यर ने नरेंद्र मोदी को लेकर कहा था कि मोदी कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय बेचें. वो चायवाला क्या प्रधानमंत्री बनेगा. साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भी मणिशंकर अय्यर ने PM मोदी पर अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि ये आदमी बहुत नीच किस्म का आदमी है, इसमें कोई सभ्यता नहीं है.
यूपीए को भी घेर चुके हैं मणिशंकर अय्यर
हालांकि मणिशंकर ने मोदी और बीजेपी को ही निशाना नहीं बनाया. UPA सरकार के दौरान 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार की जांच पर अय्यर ने कहा था कि मैं उम्मीद रखता हूं कि अब जबकि ये सर्कस खत्म हो चुका है और जांच शुरू हो जाए.
साल 2014 के बाद से लगभग हर चुनाव से पहले मणिशंकर अय्यर का कुछ न कुछ बयान आ जाता, जिससे पार्टी बैकफुट पर आ जाती. लेकिन अबकी बार तो मणिशंकर अय्यर ने बाकायदा अपनी किताब में कांग्रेस और गांधी परिवार पर डायरेक्ट अटैक किए हैं, जिसने एक बार फिर कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है.