Acharya Pramod Krishnam Political Career: कांग्रेस ने यूपी में पार्टी के बड़े नेता और श्री कल्कि धाम के पीठाधीश्वर ​​​​आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) को 6 साल के लिए निकाल दिया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान जारी करके इसकी जानकारी दी है. वेणुगोपाल ने कहा कि अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार बयान देने की शिकायत आ रही थी. इसी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रमोद कृष्णम को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने के यूपी कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. अब सवाल है कि क्या इससे आचार्य प्रमोद कृष्णम की राजनीति खत्म हो जाएगी या फिर वो अपनी नई पारी की शुरुआत करने वाले हैं.


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प्रमोद कृष्णम से क्यों नाराज हुई कांग्रेस?


बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 2 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी. उन्होंने PM मोदी को कल्कि धाम के शिलान्यास कार्यक्रम में आने का न्योता दिया था. इसके बाद 6 फरवरी को प्रमोद कृष्णम यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मिले थे. जिसके बाद से आचार्य प्रमोद कृष्णम पर कांग्रेस के तेवर और ज्यादा तल्ख हो गए थे.


प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर का किया था सपोर्ट


जान लें कि प्रमोद कृष्णम लंबे समय से कांग्रेस पर ही हमलावर थे. वो अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर ले रहे थे. प्रमोद कृष्णम ने अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की जमकर तारीफ की थी. वे 22 जनवरी को अयोध्या भी गए थे. उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग न लेने पर कांग्रेस की आलोचना की थी.


कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम?


बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम यूपी के संभल जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म 4 जनवरी 1965 को संभल के एंचोड़ा कम्बोह गांव में हुआ था. आचार्य प्रमोद कृष्णम ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखते हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम यूपी कांग्रेस दिग्गज में गिने जाते थे. हालांकि, अब उन्हें कांग्रेस से निकाला जा चुका है. आचार्य प्रमोद कृष्णम को प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है. आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के टिकट पर दो बार चुनावी मैदान में भी उतर चुके हैं.


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कितनी बार लड़ा चुनाव?


गौरतलब है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 2014 में संभल से और 2019 में लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. हालांकि, दोनों ही आचार्य प्रमोद कृष्णम को हार नसीब हुई. बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस ने उन गिने-चुने नेताओं में एक हैं जिन्होंने राम मंदिर निर्माण का किया है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन भी आचार्य प्रमोद कृष्णम अयोध्या में ही थे.


आचार्य प्रमोद कृष्णम का कल्कि धाम से नाता


इतना ही नहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम की राजनीति से ज्यादा उनके श्री कल्कि धाम को लेकर चर्चा होती रहती है. 19 फरवरी को श्री कल्कि धाम का शिलान्यास होना है और इस कार्यक्रम के लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्योता दिया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सीएम योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया है. हाल ही में आचार्य प्रमोद कृष्णम केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से भी मिले थे.


किस पार्टी में जाएंगे आचार्य प्रमोद कृष्णम?


हालांकि, आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अभी तक खुद कोई बयान नहीं दिया है कि वह किस पार्टी में जाने वाले हैं. राजनीति में उनका अगला कदम क्या होगा. लेकिन जिस तरह से आचार्य प्रमोद कृष्णम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ कर रहे हैं उससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि आचार्य प्रमोद कृष्णम जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.