Tajmahal: यूपी के आगरा में सोमवार को उस वक्त हलचल मच गई, जब ताजमहल में एक महिला ने मकबरे के मुख्य स्थान के करीब पहुंचकर भगवा रंग का कपड़ा लहराया. इसके बाद, सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. हिंदूवादी संगठन, ताजमहल के तेजोमहालय (शिव मंदिर) होने का दावा करते हैं. संगठन से जुड़े लोग सावन माह में वहां पहुंचकर अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं.


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महिला ने लहराया भगवा झंडा


कुछ दिन पहले, हिंदूवादी संगठन के एक पदाधिकारी गंगाजल चढ़ाने ताजमहल पहुंचे थे. हालांकि, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें रोक दिया था. सावन के तीसरे सोमवार पर, अखिल भारत हिंदू महासभा की महिला शाखा की अध्यक्ष मीरा राठौर ताजमहल पहुंचीं और मकबरे के मुख्य स्थान के पास भगवा रंग का कपड़ा लहराने लगीं. इसी दौरान, सीआईएसएफ कर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया. 


घटना के वायरल हुए कई वीडियो


घटना के बाद उनके कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें उनके हाथ में पानी की एक बोतल देखी जा सकती है. संगठन का दावा है कि ताजमहल के मुख्य मकबरे में गंगाजल चढ़ाने के बाद भगवा कपड़ा लहराया गया है. इस संबंध में, संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि एक महिला ने भगवा रंग का कपड़ा लहराया. उन्होंने बताया कि इसके बाद वहां तैनात सीआईएसएफ के कर्मियों ने राठौर को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस को सौंप दिया. 


पहले भी हुई थी ऐसी घटना


आपको बता दें कि आगरा में शनिवार सुबह ताजमहल में गंगाजल चढ़ाने पहुंचे दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. अखिल भारत हिंदू महासभा ने दावा किया था कि दोनों युवकों ने अंदर जाकर गंगाजल चढ़ाया है. घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें युवक ताजमहल में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं.


वायरल वीडियो में दोनों युवकों को कथित रूप से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अब वह अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहे हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने दोनों युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. पुलिस के मुताबिक, पकड़े गये आरोपियों की पहचान मथुरा के रहने वाले वीनेश और श्याम के रूप में हुई थी और दोनों ही युवक हिंदू महासभा से जुड़े हुए बताये जा रहे थे.


सहायक ताज संरक्षण प्रिंस बाजपेयी ने बताया था कि दो युवक सुबह साढ़े सात बजे ताजमहल पहुंचे थे और मुख्य गुम्बद के बाहर उन्होंने धार्मिक नारे लगाये थे, जिसके बाद सीआईएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया था. पुलिस उपायुक्त सूरज राय के मुताबिक, युवकों ने गंगाजल चढ़ाया या नहीं इस बात की पुष्टि अभी नहीं हुई है और फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.