Zee News DNA on Dawood Ibrahim in Pakistan: पड़ोसी देश पाकिस्तान हमेशा भारत में गड़बड़ फैलाने की कोशिश करता है. अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए उसने अपने यहां भारत के सैंकड़ों दुश्मनों को पनाह दे रखी है. इनमें कई खूंखार आतंकवादी शामिल हैं. लेकिन पिछले कुछ महीनों से इन आतंकवादियों के करीबियों को कुछ अनजान हमलावर चुन-चुनकर ख़त्म कर रहे हैं. पिछले 18 महीनों में भारत के करीब 30 दुश्मनों को एक-एक करके पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में मार दिया गया. किसी आतंकी को बीच सड़क पर Shoot किया गया तो किसी को मस्जिद में गोलियों से भून दिया गया. लश्कर ए तैयबा के एक आतंकी को अगवा करके PoK में Line of control के पास मार दिया गया. 


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कौन कर रहा है भारत के दुश्मनों का खात्मा?


भारत के दुश्मनों को पाकिस्तान के शहरों में कौन मार रहा है. आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, पुलिस और सेना के पास इसका जवाब नहीं है. पाकिस्तान का यही कहना है कि ये Target Killing है क्योंकि, अचानक से हमलावर आते हैं, जिसे मारना होता है उसे निशाना बनाकर Shoot करते हैं और फरार हो जाते हैं.


इस बीच सोमवार को पाकिस्तान में Social Media पर एक ख़बर तेजी से वायरल हो गई. ख़बर ये है कि भारत के Most Wanted Underworld Don दाऊद इब्राहिम को किसी ने मारने की कोशिश की है. Report में कहा गया कि दाऊद इब्राहिम को किसी ने ज़हर दे दिया है. दाऊद को कराची के अस्पताल में भर्ती किया गया. जहर की वजह से दाऊद की हालत खराब है. अस्पताल के जिस Floor पर Dawood का इलाज चल रहा है, उस Floor पर Doctor के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं है. 


पाकिस्तान में इंटरनेट किया गया बंद!


पाकिस्तान का Main Stream Media इस ख़बर पर चुप है, लेकिन कुछ Youtubers ने इस ख़बर पर चर्चा की है. दावा है कि दाऊद को ज़हर देने और उसके अस्पताल में भर्ती होने के बाद पाकिस्तान ने Internet Service बंद कर दी है.


Dawood को ज़हर देने की ख़बरें कितनी पुख्ता हैं, इसपर दावे के साथ फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता. लेकिन पिछले कुछ महीनों में जिस तरीके से पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों को ख़त्म किया गया है, उससे ऐसी आशंका जरूर है कि दाऊद भी उसी Network के निशाने पर हो सकता है. जो Network पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों को ख़त्म कर रहा है.


इसकी वजह ये कि दाऊद भी भारत के Most Wanted दुश्मनों की लिस्ट में शामिल है. भारत के जिन दुश्मनों को मारा गया, वो आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे और उन्होंने भारत को किसी ने किसी तरह नुकसान पहुंचाया था. या फिर उन आतंकी सरगनाओं के करीबी थे जो भारत के दुश्मन हैं.


हाफिज सईद का करीबी भी मारा गया


रविवार को पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्मन मारा गया, ख़बर आई कि लश्कर ए तैयबा के प्रमुख हाफिज़ सईद के करीबी हबीबुल्लाह गोलियों से भून दिया गया. हबीबुल्लाह वर्ष 2016 में हुए उरी हमले में शामिल था. 1 मार्च 2022 से दिसंबर 2023 तक भारत के करीब 30 दुश्मन पाकिस्तान में मारे जा चुके हैं.


- 1 मार्च 2022 को कराची में जहूर मिस्त्री को अज्ञात बंदूकधारियों ने करीब से सिर में गोली मारी. जहूर उन 5 आतंकियों में शामिल था जिन्होंने कंधार में Plane Hijack किया था.


- 27 फरवरी 2023 को कराची में सैयद खालिद रजा की गोली मारकर हत्या की गई, रजा हिजबुल मुजाहिदीन सरगना सैयद सलाउद्दीन का करीबी था. रजा कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ और नई भर्तियों की जिम्मेदारी संभालता था.


- 4 मार्च 2023 को सैयद नूर शालोबार की खैबर पख्तुनख्वा प्रांत में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या की. शालोबार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और Army के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाता था.


- 6 मई 2023 को लाहौर में परमजीत सिंह पंजवार Morning Walk के दौरान हत्या की गई. पंजवार Khalistan Commando Force का प्रमुख था और भारत के Most Wanted आतंकियों की लिस्ट में शामिल था.


- 1 अगस्त 2023 को सरदार हुसैन की कराची में गोली मारकर हत्या की गई, सरदार हुसैन लश्कर सरगना हाफिज़ सईद का करीबी था. उसने हाफिज़ सईद की Political Party के टिकट पर वर्ष 2018 में चुनाव भी लड़ा था.


- 8 सितंबर 2023 को अबू कासिम कश्मीरी उर्फ रियाज अहमद की PoK की एक मस्जिद में गोली मारकर हत्या कर दी गई, अबू कासिम मूलरूप से जम्मू का रहने वाला था और 1 जनवरी को राजौरी में हुए आतंकी हमले का मुख्य साज़िशकर्ता था. जो आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के लिए जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाता था.


- 11 अक्टूबर 2023 को जैश ए मोहम्मद के आतंकी, शाहिद लतीफ की सियालकोट में हत्या हुई, शाहिद लतीफ वर्ष 2016 में पठानकोट आतंकी हमले का Mastermind था.


- 10 नवंबर 2023 को लश्कर के Top Commander अकरम गाजी की खैबर पख्तून ख्वा में हत्या की गई, अकरम गाजी युवाओं को घुसपैठ के लिए तैयार करता था. वर्ष 2018 से 2020 के बीच लश्कर का Top Recruiter रहा था.


- 3 दिसंबर 2023 को कराची में अदनान अहमद को गोली मारी गई, पाकिस्तान आर्मी उसे अस्पताल लेकर गई. लेकिन 5 दिसंबर को उसकी मौत हो गई. अदनान पर वर्ष 2016 में CRPF के काफिले पर हमले की साज़िश का आरोप था.


सभी हत्याओं में रहा एक जैसा पैटर्न


पाकिस्तान में आतंकियों के करीबियों और भारत के दुश्मनों को ख़त्म करने का सिलसिला अब भी जारी है. सबसे खास बात ये कि पाकिस्तान में अब तक भारत के जितने भी दुश्मनों को मारा गया, उन्हें खत्म करने का तरीका करीब-करीब एक जैसा रहा.


- भारत के ज्यादातर दुश्मनों की हत्या गोली मारकर की गई.


- हत्या को उस समय अंजाम दिया, जब आतंकी अकेले थे.


- ज्यादातर वारदात में हमलावर बाइक पर सवार होकर आए.


- हत्या की सभी वारदातों को पाकिस्तान ने Target Killing बताया.


- Murder के किसी भी Case में हमलावर गिरफ्तार नहीं हुए.


- वारदात से पहले हमलावरों ने Target की रेकी की थी.



दाऊद इब्राहिम को दिया गया खाने में जहर


दाऊद को खाने में ज़हर देने की ख़बर ऐसे वक्त आई है, जब पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों को कुछ अनजान लोग एक-एक कर निपटा रहे हैं. भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम को लेकर दावा है, कि उसे घर में ही खाने में ज़हर दिया गया. जिसके बाद तबीयत बिगड़ने पर दाऊद को कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में दाऊद को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है, अस्पताल के जिस फ्लोर पर दाऊद का इलाज चल रहा है. उसे पूरी तरह खाली करा दिया गया है.


पाकिस्तान की पत्रकार और यूट्यूबर आरजू काजमी ने सबसे पहले इस ख़बर पर वीडियो जारी किया है, जिनका दावा है कि दाऊद को ज़हर देने की ख़बर सामने आने के बाद से पाकिस्तान में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. पाकिस्तान की तरफ से दाऊद के अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर पुख्ता नहीं की गई है, यहां तक की पाकिस्तान का मेन स्ट्रीम मीडिया तक इस ख़बर को दिखा नहीं रहा, इसके पीछे कई वजह हैं.


पोल खुल से डर रहा पाकिस्तान


दाऊद इब्राहिम भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है, भारत ने दाऊद के पाकिस्तान में होने के सबूत भी पाकिस्तान को सौंपे. लेकिन पाकिस्तान दाऊद के अपने यहां होने से हमेशा इनकार करता रहा है. - अगर पाकिस्तान दाऊद के अस्पताल में भर्ती होने की बात कबूल करता है, तो उसकी पोल दुनिया के सामने खुल जाएगी. पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. अगर दाऊद पर सच कबूल करता है, तो पाकिस्तान को FATF ब्लैक लिस्ट में डाल सकता है. इसलिए पाकिस्तान चाहकर भी दाऊद को ज़हर दिये जाने की बात कबूल नहीं सकता.


पाकिस्तान के पत्रकारों को इस बात की आशंका है, कि दाऊद उसी Network का शिकार हुआ होगा, जो इनदिनों पाकिस्तान में भारत के दुश्मनों को निपटा रहा है. हालांकि, ऐसा पहली बार होगा जब किसी गैंग के सरगना को टारगेट किया गया क्योंकि, अबतक जिन आतंकियों को खत्म किया गया था वो सब सरगना के करीबी थे.


3 दशक से भारत के दुश्मनों को पाल रहा पाकिस्तान


पाकिस्तान आतंकियों के लिए जन्नत है, दाऊद इब्राहिम जैसा अंडरवर्ल्ड डॉन पिछले 30 साल से ना सिर्फ कराची में कड़ी सुरक्षा के बीच रह रहा है. बल्कि उसने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे से अपने बेटी का निकाह भी किया. ऐसे में 3 दशक से दाऊद इब्राहिम और हाफिज़ सईद जैसे आतंकियों को पाल रहा पाकिस्तान दाऊद की ख़बर कंफर्म करेगा, इसकी उम्मीद ना के बराबर है.


हैरानी की बात देखिये, अपने देश में होने वाली किसी भी छोटी बड़ी घटना के लिए भारत पर दोष मढ़ने वाला पाकिस्तान. इसबार आतंकियों के खात्मे पर चुप है. दो दर्जन से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं, लेकिन कोई भी हमलावर गिरफ्तार नहीं किया जा सका. ये तभी मुमकिन हो सकता है, जब भारत के दुश्मनों को पाकिस्तान के अंदर, पाकिस्तान की ही कोई एजेंसी खत्म कर रही हो.


दाऊद इब्राहिम पिछले 30 साल से भारत से भागा हुआ है, सुरक्षा एजेंसियां दाऊद के कराची में होने के सबूत पेश करती रही लेकिन पाकिस्तान ये मानने को तैयार नहीं हुआ कि उसने दाऊद इब्राहिम को पनाह दे रखी है. जबकि सच यही है कि पाकिस्तान ने ना सिर्फ दाऊद को अपने यहां रखा हुआ है, बल्कि दाऊद को पुख्ता सुरक्षा भी मुहैया कराई है.


बेहद कड़ा है दाऊद का सुरक्षा घेरा


दाऊद इब्राहिम बीते 30 वर्षों से भारतीय एजेंसियों से खुद को बचाने में कामयाब रहा है, तो इसकी वजह दाऊद का सुरक्षा घेरा है. भारत के इस Most Wanted की सुरक्षा में पाकिस्तान की पुलिस से लेकर Army और खुफिया एजेंसी ISI तक लगी हुई है. Report के मुताबिक दाऊद चौबीस घंटे तीन सुरक्षा घेरों में रहता है. दाऊद की सुरक्षा में पहला बाहरी घेरा होता है, जिसमें कराची पुलिस की Elite Commando Force के जवान तैनात होते हैं. 


दूसरे सुरक्षा घेरे की जिम्मेदारी पाकिस्तान रेंजर्स की होती है, इस सुरक्षा घेरे में पाकिस्तान रेंजर्स की टुकड़ी तैनात होती है. तीसरा सुरक्षा घेरा खुद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI संभालती है. इस सुरक्षा घेरे में ISI के Agent तैनात होते हैं. साथ ही दाऊद इस सुरक्षा घेरे में अपने बेहद करीबी गुर्गों को भी तैनात रखता है. दाऊद के लिए ये सुरक्षा घेरा सिर्फ उसके किलेनुमा घर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि जब भी दाऊद घर से बाहर जाता है. इसी सुरक्षा घेरे को Follow किया जाता है. क्योंकि, दाऊद को हमेशा अपनी जान की फिक्र रहती है. इसलिए जानकार बताते हैं कि दाऊद पाकिस्तान के कुछ प्रभावशाली लोगों से ही मिलता है.


कौन कर रहा है पाकिस्तान में ये टारगेट किलिंग्स


पाकिस्तान अगर दाऊद को सुरक्षा दे रहा है, तो पाकिस्तान ऐसा बेवजह नहीं कर रहा है. बल्कि इसके बदले में पाकिस्तान, भारत के खिलाफ दाऊद के Network का इस्तेमाल करता है. अब ऐसा क्या हुआ कि दाऊद को ज़हर देने की नौबत आ गई. वो भी ISI Agent की कड़ी सुरक्षा में, इसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.


- क्या दाऊद को घर का ही कोई शख्स मारना चाहता है ?


- दाऊद को घर में ज़हर देने वाला कौन है ?


- क्या दाऊद के किसी गुर्गे ने ही ज़हर दिया है ?


- क्या दाऊद को ज़हर ISI एजेंट ने दिया ?


कहीं ISI ही तो खत्म नहीं कर रही भारत के दुश्मन?


सोचिए, भारत का जो दुश्मन पाकिस्तानी सेना, पुलिस और खुफिया एजेंसी के सुरक्षा घेरे में रहता हो. उसे उसी के घर में ज़हर कौन दे सकता है. इसे लेकर सबसे ज्यादा शक अगर किसी पर किया जा रहा है तो वो ISI Agent हैं. The Intercept की एक Report के मुताबिक पाकिस्तान दाऊद और बाकी आतंकियों को भारत के खिलाफ इस्तेमाल करता रहा है. पाकिस्तान सेना दाऊद के Network और आतंकियों के जरिये कश्मीर में दहशतगर्दी फैलाती है. बदले में पाकिस्तान इन आतंकियों को सुरक्षा और धन मुहैया कराता रहा है.


बीते कुछ वर्षों से आतंकी कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने में लगातार नाकाम हो रहे हैं. Report में कहा गया है कि पाकिस्तान में छिपे भारत के दुश्मनों को अब जान का खतरा है. इस वजह से पाकिस्तानी सेना और ISI को आतंकियों की सुरक्षा बढ़ानी पड़ रही है. जबकि दाऊद, हाफिज़ सईद, सैयद सलाउद्दीन और मसूद अजहर जैसे आतंकी पाकिस्तान के काम के नहीं रहे हैं. 


Report में कहा गया है कि ऐसे में ISI एजेंट ही आतंकी और उनके करीबियों को निपटा रहे हैं. ऐसा इसलिए कि आतंकियों की सुरक्षा और उनके खर्च का बोझ पाकिस्तानी सेना और ISI पर बढ़ता जा रहा है. ISI पर आतंकियों की हत्या कराने और दाऊद को ज़हर देने के पीछे एक पाकिस्तानी ने भी वजह बताई है. कराची के पूर्व मेयर रहे इनदिनों लंदन में रह रहे हैं. उनका कहना है कि आतंकियों को मारने वाले ISI एजेंट हो सकते हैं. हो सकता है कि दाऊद को ज़हर देकर खत्म करने का प्लान भी ISI Agent का ही हो. क्योंकि, दाऊद की सुरक्षा में उसके सबसे करीब कोई रहता है तो वो ISI के Agent होते हैं. हालाकि, इसबार दाऊद को ज़हर देने की बात सामने आई है, लेकिन इससे पहले भी दाऊद की मौत की ख़बरें सामने आती रही है.


- 5 जून 2020 को कराची से ख़बर आई, कि दाऊद और उसकी पत्नी को Covid हो गया है. इसके बाद दाऊद के Corona Virus से मौत की ख़बर फैली.


- इससे पहले 28 अप्रैल 2017 को दाऊद की Heart Attack से मौत होने की ख़बर फैल गई थी. बाद में दाऊद के करीबी छोटा शकील ने दावा किया कि दाऊद पूरी तरह स्वस्थ्य है.


- एक बार ख़बर आई, कि दाऊद इब्राहिम को Gangrene हो गया है. लेकिन इसकी कभी पुष्टि नहीं हो पाई.


क्या दाऊद को निपटाने की हो रही तैयारी


अब हो सकता है कि जिस तरह करीब 30 आतंकियों को चुन-चुनकर खत्म किया गया, उसी तरह अब दाऊद को निपटाने की तैयारी हो. क्योंकि, दाऊद को सीधे मारना आसान नहीं है. इसलिए उसे ज़हर देकर खत्म करने की कोशिश की गई हो. हालांकि, दाऊद को ज़हर देने और उसके अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर कितनी पुख्ता है, अभी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता. इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. हो सकता है जिस पहले दाऊद की मौत की ख़बरें अफवाह निकली. इसबार भी ऐसा ही हो.