knowledge Story: स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए बेहद कारगर है `पावर स्लीप`, परफॉर्मेंस बढ़ाने और स्ट्रेस घटाने के लिए ऐसे है जरूरी
Power Sleep: अगर आप अनिद्रा, तनाव, घबराहट, ब्लड प्रेशर और चिंता के शिकार हैं, तो `पावर स्लीप` आपके लिए इन सब समस्याओं को दूर करने का रामबाण इलाज है, वो भी बिल्कुल फ्री. हां बस आपको अपने कीमती वक्त में से कुछ समय सिर्फ अपने लिए चाहिए होगा.
Power Sleep Benefits: सुबह से जी-जान लगाकर काम करने वाले प्रोफेशनल्स हो या फिर स्कूल-कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स हो, सुबह उठने के बाद बॉडी में गजब की फुर्ती होती है, लेकिन क्या यह दिनभर रहती है? नहीं रहती. ऐसे में आपको जरूरत होती है एक 'पावर स्लीप' की. इसे लेते ही आपका दिमाग और शरीर फिर से चार्ज होता है. पावर स्लीप स्ट्रेस घटाने के लिए बेहद काम का तरीका है. इसके और भी कई फायदे हैं.
कई स्टडीज में यह बात निकलकर सामने आई की तनाव के कारण नर्वस सिस्टम पर कई गलत प्रभाव पड़ते हैं. वहीं, पुराने तनाव से ‘मेन्टल मास’ यानी दिमाग का वजन कम हो सकता है. ऐसे में मेडिटेशन आपको स्वास्थ्य लाभ देता है. यह दो तरीके से किया जा सकता है.
केंद्रित मेडिटेशन
वर्तमान में रहने और किसी एक चीज पर ध्यान केंद्रित कर आंतरिक संवाद के कारण होने वाले शोरगुल को कम किया जाता है.
ओपन-मॉनिटरिंग मेडिटेशन
भटके और उलझे हुए विचारों, भावनाओं और शारीरिक संवेदनाओं से जागरूक होकर उन्हें बिना किसी हिचक के स्वीकार करने से जुड़ा है.
प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स दोनों के लिए असरदार
पावर स्लीप’ है एक तरह का मेडिटेशन ही है. यह प्रोफेशनल्स को अपने काम करने में और स्टूडेंट्स को अपनी पढ़ाई, परीक्षा में बेहतर परफॉर्मेंस देने में फायदेमंद साबित होगी. इसके जरिए आप अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ा सकते हैं.
जानें 'पावर स्लीप' लेने का सही तरीका
आपको साफ-सुथरे और कम्फर्टेबल कपड़े पहनकर आरामदायक पोस्चर में बैठ या लेट जाएं. आंखे बंद कर लें, लेकिन सोना नहीं है. सांस लेने और छोड़ने पर ध्यान केंद्रित करें. आप को अंदर से एक धीमा स्वर सुनाई देगा. अब यह इमेजिन करें कि आप को आरामदायक अवस्था में बैठे या लेटे हुए हैं. इसके बाद मेडिटेशन को अपने अंगूठों के पोरों पर ले जाएं. फिर पांव की सभी उंगलियों से होते हुए धीरे-धीरे बॉडी में ऊपर की ओर बढ़ें, एड़ी, पांव, घुटने, जांघ, कमर, पेट, फेफड़े, गला सभी को इसी तरह आराम की स्थिति में महसूस करें. सबसे आखिर में अपना मेडिटेशन नाक से ऊपर ले जाते हुए दिमाग में पीनियल ग्लैंड की स्थिति पर केंद्रित करें.
इस अवस्था में आप जितनी देर आरामदायक महसूस करते हैं, उतनी देर रहें. अब जिस क्रम में आपने बॉडी-पार्ट्स को आरामदायक अवस्था में भेजा था, उसी तरह से उन्हें एक्टिव करते जाएं. इस पूरी क्रिया में आपको 20 से 30 मिनट का समय देना होगा. सबसे जरूरी बात 'पॉवर स्लीप' लेने के बाद कभी-भी एकदम से खड़े नहीं होना चाहिए. धीरे-धीरे आंखें खोलें और दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़ कर इसे आंखों पर लगाएं. यह स्ट्रेस रिलीफ के लिए अचूक इलाज है. खाना खाने के तुरंत बाद पावर स्लीप न लें.
पावर स्लीप के फायदें
इसे रोजाना करें, जल्द ही बेहतर परिणाम नजर आने लगेंगे.
बेहतर नींद के लिए हेल्पफुल है और आप तरोताजा महसूस करते हैं.
मन और शरीर को शांत करती है.
ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है.
जल्दी और सही निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है.
अलर्टनेस बढ़ेगी और क्रोध, डर जैसे नेगेटिव इमोशन्स को कंट्रोल करने में हेल्प मिलेगी.