Jobs: सैलरी बढ़ने से घटेंगी नौकरियां? जानें एक्सपर्ट्स की राय
NREGA संगठन की ओर से कहा गया कि कोरोना संकट के दौरान बहुत से लोगों का रोजगार छिन गया. जीवनयापन में परेशानी आने लगी, इसी कारण मनरेगा के तहत मजदूरी बढ़ाना और काम के दिनों का बढ़ाना बेहद जरूरी है.
नई दिल्लीः महात्मा गांधी नेशनल रुरल एम्प्लॉयमेंट स्कीम (MGNREGA) के तहत मजदूरी बढ़ा दी गई तो क्या इससे जॉब की संख्या पर असर पड़ेगा? दरअसल, नरेगा संघर्ष मोर्चा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर रोजाना की मजदूरी बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने सालभर के मजदूरी के दिनों को बढ़ाने की मांग भी की, ऐसे में यहां जानें इनकी मांगें पूरी होने पर जॉब्स पर किस तरह का असर पड़ेगा.
अलग-अलग राज्यों में मिलती है अलग मजदूरी
देश के अलग-अलग राज्यों में मनरेगा के तहत मिलने वाली मजदूरी भी अलग-अलग है. महाराष्ट्र में मनरेगा के तहत 238 रुपये, कर्नाटक में 289 रुपये, यूपी में 201 रुपये और मध्य प्रदेश में 190 मिलते हैं.
यह भी पढ़ेंः- FCI Haryana Vacancy 2021: 380 पदों पर निकलीं भर्तियां, इस तरह करें अप्लाई, जानें डिटेल
मजदूरी बढ़ाने की हो रही मांग
नरेगा संघर्ष मोर्चा ने PM मोदी को लेटर लिखकर रोजाना की मजदूरी 600 रुपये तक बढ़ाने की मांग की है, साथ ही उन्होंने काम के दिनों को साल भर में 100 की जगह 150 करने की मांग की है. संघर्ष मोर्चा की ओर से कहा गया कि बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से मुकाबले करने के लिए नरेगा मजदूरी का बढ़ना जरूरी है.
संगठन की ओर से कहा गया कि कोरोना संकट के दौरान बहुत से लोगों का रोजगार छिन गया. जीवनयापन में परेशानी आने लगी, इसी कारण मनरेगा के तहत मजदूरी बढ़ाना और काम के दिनों का बढ़ाना बेहद जरूरी है.
पड़ोसी राज्य पर दिखेगा असर
एक्सपर्ट ने कहा कि किसी भी एक राज्य में मनरेगा के तहत न्यूनतम मजदूरी बढ़ाई गई तो दूसरे राज्य में उसके असर के बारे में जानकारी निकाली जानी चाहिए. सभी चीजें स्थिर हों तो यह देखा जाना चाहिए कि जिस राज्य में ज्यादा मजदूरी है, क्या वहां पड़ोसी राज्यों के मजदूर मनरेगा में काम मांगने आते हैं. जॉब पर असर चेक करने का सबसे बेहतर तरीका आंकड़ें ही होंगे.
यह भी पढ़ेंः- Indian Army Bharti Exam 2021: 31 अक्टूबर को होने वाला CEE एग्जाम रद्द, जानें कब आएगी न्यू डेट
प्रवासियों से क्या होता है असर
भारत ही नहीं अमेरिका और ब्रिटेन में भी प्रवासियों के मुद्दे पर कई विवाद हो चुके हैं. क्या प्रवासियों के काम करने से स्थानीय लोगों के काम पर असर पड़ेगा? इस पर किए एक रिसर्च में पता लगा कि प्रवासियों के आने से मजदूरी की राशि कम होती है, लेकिन इससे रोजगार के नए मौके भी बनते हैं.
यह भी पढ़ेंः- बिहार: कार्यपालक सहायकों के 8067 पदों पर होगी भर्ती, जानें कब आएगा नोटिफिकेशन
WATCH LIVE TV