नई दिल्ली : कर्नाटक में 55 घंटे मुख्यमंत्री रहे बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने जनादेश का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने बीजेपी को जनादेश दिया, बस वह मैजिक फिगर से 7 सीट पीछे रह गए. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने कांग्रेस को तो पूरी तरह से ही नकार दिया. अब वहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है, जो कि राज्य की जनता द्वारा दिए जनादेश का अपमान है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मेघालय, गोवा और मणिपुर में बीजेपी ने सबसे बड़ा गठबंधन होने के आधार पर दावा किया था और कर्नाटक में कांग्रेस के उसी आधार का पार्टी ने विरोध किया. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी की खूब खिंचाई हो रही है. इस पर अमित शाह ने बताया कि उन पर मेघालय, गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने के दावों की दुहाई दी जा रही है और यह बात सही है कि मेघालय, गोवा और मणिपुर में बीजेपी गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और बहुमत भी साबित करके दिखाया. 


गोवा-मणिपुर में कांग्रेस ने नहीं किया था सरकार बनाने का दावा
अमित शाह ने कहा कि मेघालय, गोवा और मणिपुर की स्थिति कर्नाटक से बिल्कुल अलग थी. मेघालय, गोवा और मणिपुर में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन कांग्रेस ने वहां सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया. काफी इंतजार के बाद वहां के राज्यपालों ने कांग्रेस के बाद दूसरे बड़े दल के रूप में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था और वहां बीजेपी गठबंधन ने अपना बहुमत भी साबित करके दिखा दिया.


कांग्रेस PPP पार्टी बनकर रह गई है, बस पंजाब, पुडुचेरी और परिवार में सिमट गई है : अमित शाह


बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल से 7 दिनों का समय मांगने के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह सब कांग्रेस द्वारा झूठ फैलाया जा रहा है. शाह ने कहा कि अगर ऐसी कोई बात होती तो राज्यपाल के पास कोई लैटर तो होता, कांग्रेस अगर सही कह रही है तो वह लैटर सभी के सामने उजागर करे. अमित शाह ने कहा कि बीजेपी की तरफ से समय मांगने जैसी कोई बात नहीं कही गई थी, यह तो कोर्ट में जाकर कांग्रेस के वकीलों ने झूठ फैलाया था. 


विधायकों की खरीद-फरोख्त के सवाल पर बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने पूरा अस्तबल ही बेच दिया. 


बता दें कि कर्नाटक में 104 सीटों के साथ बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी है, वहीं कांग्रेस 122 सीटों से गिरकर 78 सीटों पर सिमट कर रह गई. यहां कांग्रेस ने जनता दल (एस) के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. इससे पहले बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा ने सबसे बड़ा दल होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश किया था. राज्यपाल ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ भी दिलवाई, लेकिन फ्लोर टेस्ट के दौरान येदियुरप्पा विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर पाए और उन्होंने इस्तीफा दे दिया.