बेंगलुरु: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत (Thaawarchand Gehlot) ने कर्नाटक (Karnataka) के 19वें राज्यपाल (Governor) के तौर पर रविवार को शपथ ले ली है. वह वजुभाई रुदाभाई वाला की जगह लेंगे. कर्नाटक हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका ने गहलोत को पद एवं गोपनीयता की शपथ (Oath)दिलाई. 73 वर्षीय गहलोत केंद्र में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थे और राज्य सभा में सदन के नेता थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मौके पर निवर्तमान राज्यपाल, मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा, मंत्रिमंडल के सदस्‍य, सांसद-विधायक और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. 


जनसंघ के जरिए राजनीति में रखा था कदम 


मध्य प्रदेश (MP) के उज्जैन के रूपेटा में जन्‍मे गहलोत ने उज्जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. वे जनसंघ के जरिए 1962 में राजनीति में आए और फिर बीजेपी में कई अहम पदों पर रहे. वे 1996 से 2009 के बीच शाजापुर से 4 बार लोक सभा के सदस्य रहे. इसके बाद 2009 का चुनाव हार गए और फिर 2012 में राज्यसभा सदस्य बने. 


यह भी पढ़ें: CM Yogi ने जारी की UP Population Policy, बोले- ज्यादा आबादी से बढ़ती है गरीबी


कर्नाटक की राजनीति से हैं परिचित 


वरिष्‍ठ नेता थावरचंद गहलोत संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति में भी रहे हैं. वह कर्नाटक से भी परिचित हैं. पार्टी के महासचिव रहने के दौरान वह 2006 से 2014 के बीच कर्नाटक राज्य के प्रभारी थे. बता दें कि कर्नाटक के राज्यपाल के रूप में वजुभाई रुदाभाई वाला का 5 साल का कार्यकाल अगस्त, 2019 में ही खत्म हो गया था लेकिन केंद्र सरकार नया राज्‍यपाल नियुक्‍त न कर पाने के कारण वे अब तक इस पद की जिम्‍मेदारियां संभाल रहे थे.