हर माता-पिता अपने बच्चों से बहुत प्यार करते हैं और उनकी भलाई चाहते हैं. लेकिन कभी-कभी गुस्से या हताशा में कई बार मुंह से ऐसी बातें निकल जाती है जिसका असर बच्चों पर बहुत गलत होता है. 


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पेरेंट्स कई बार जानबूझ कर भी बच्चों को डराने के लिए कई बातें कह देते हैं. बिना यह समझे कि इससे बच्चे का आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है, मानसिकता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. ऐसे में यदि आप भी अपने बच्चों को ये 5 बातें बोल रहे हैं तो तुरंत अपनी गलती को सुधार लें.


बच्चों से न कहें ये बातें- 

01 'तुमसे अच्छा तो दूसरे बच्चे हैं' बच्चों की तुलना करना उनके बीच ईर्ष्या और प्रतिस्पर्धा पैदा कर सकता है. हर बच्चा खास होता है और उसकी अपनी प्रतिभा होती है. उनकी तुलना करने के बजाय उनकी खूबियों को पहचाने और उन्हें अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रोत्साहित करें.


02 'तुम बिल्कुल गधे हो' बच्चों को उनकी कमियों के लिए नीचा न दिखाएं. हर किसी को सफल होने में अलग-अलग समय लगता है. उनकी मेहनत को सराहें और उनकी कमियों को दूर करने में उनकी मदद करें.


03 'तुम्हारी वजह से...' माता-पिता कभी-कभी अपनी परेशानियों का ठीकरा बच्चों के सिर फोड़ देते हैं. बच्चों को ये एहसास नहीं दिलाना चाहिए कि उनकी वजह से घर में परेशानी है. इससे उनमें अपराध बोध पैदा हो सकता है.

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04 'तुम बहुत छोटे हो ये समझने के लिए' बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से जानकारी देनी चाहिए. उन्हें ये महसूस ना कराएं कि वे चीजें समझने के लिए समझदार नहीं हैं. उनकी जिज्ञासा का सम्मान करें और उनकी उम्र के हिसाब से सवालों के जवाब दें.


05 'तुम्हें छोड़कर चले जाएंगे' हर माता-पिता अपने बच्चों के लिए अच्छा चाहते हैं. लेकिन अगर आपने भी ऐसी कोई बात अपने बच्चे से कह दी है तो माफी मांग लें. अपने बच्चों से खुलकर बात करें और उन्हें यह भरोसा दिलाएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं.