How To be A Happy Parents: भारतीय माता-पिता के लिए बच्चे ही उनकी खुशी का आधार बन जाते हैं. बच्चों के दूर जाने के ख्याल से ही उनका कलेजा फटने लगता है. यदि आप भी अपने बच्चे के बिना अपनी जिंदगी की कल्पना नहीं कर पाते हैं तो सुधा मूर्ति की कही यह बात जरूर जान लें.
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इंफोसिस के सह-संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति की पत्नी और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं. लाइफ पार्टनर से लेकर एक अच्छे माता-पिता कैसे बने? इस बारे में सीखना हो तो सुधा मूर्ति सबसे बेहतरीन लोगों में से एक हैं.
हाल ही में उन्होंने पैरेंट्स के लिए एक बहुत अच्छी और गहरी बात कहीं हैं, जिसे भारतीय माता-पिता को समझना बहुत ही जरूरी है. उन्होंने कहा है कि माता-पिता का अपने बच्चों पर कोई अधिकार नहीं होता है. बच्चों को अच्छी परवरिश देना हर पैरेंट्स की जिम्मेदारी है, जिसके बदले में उनसे कोई उम्मीद नहीं रखनी चाहिए.
बच्चों का अपना जीवन है
सुधा मूर्ति ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों को अपनी इच्छाओं के अनुसार ढालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, "हमारे बच्चे हमारी प्रतिलिपि नहीं हैं. उनकी अपनी इच्छाएं और सपने होते हैं. हमें उनका समर्थन करना चाहिए और उन्हें अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद करनी चाहिए.
बच्चों को गलती करने दें
माता-पिता को अपने बच्चों से गलतियां करने देनी चाहिए. सुधा मूर्ति का मानना है कि गलती करना सीखने का एक हिस्सा हैं. हमें अपने बच्चों को गलतियां करने से नहीं रोकना चाहिए, बल्कि उन्हें उनसे सीखने में मदद करनी चाहिए.
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बच्चों के साथ हेल्दी रिलेशन बनाएं
सुधा मूर्ति ने पैरेंट्स को सलाह देते हुए कहा है कि माता-पिता का काम उनका मार्गदर्शन करना और उनका समर्थन करना है, न कि उन्हें कंट्रोल करना. यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि बच्चे स्वतंत्र हैं, और उनका अपना जीवन जीने का अधिकार है.
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