Holi 2019: ‘केमिकल’ वाले रंगों की बजाय इन प्राकृतिक रंगों से खेलें होली, जानें बनाने का तरीका
पालक, चुकुंदर, हल्दी , गेंदे के फूल ये सब आपके घर में हैं ना? नहीं नहीं हम सब्जी बनाने की बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि इनकी मदद से हम होली के रंग बनाएंगे जो कि आपको इस बार होली में सिंथेटिक रंगों से बचाएगा. तो इस बार हैप्पी होली के साथ साथ मनाए हेल्दी होली.
नई दिल्ली : पालक, चुकुंदर, हल्दी , गेंदे के फूल ये सब आपके घर में हैं ना? नहीं नहीं हम सब्जी बनाने की बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि इनकी मदद से हम होली के रंग बनाएंगे जो कि आपको इस बार होली में सिंथेटिक रंगों से बचाएगा. तो इस बार हैप्पी होली के साथ साथ मनाए हेल्दी होली.
होली का त्योहार है, रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारियों से दुकानें सज चुकी हैं. ऐसे में बाज़ार में तरह तरह के सिंथेटिक रंग भी बेचे जा रहे हैं. इन रंगों को खुशबूदार और चमकीला बनाने के लिए कई हानिकारक केमिकल्स भी मिलाए जाते हैं जिनसे हमरी त्वचा को नुकसान पहुंचता है.
इन सिंथेटिक रंगों के इस्तेमाल से स्किन में तो जलन होती ही है बल्कि आंखो पर भी इनका बुरा असर पड़ता है. कई बार लोग होली के बाद सिर में तेज दर्द महसूस करते हैं. उसका भी कारण ये सिंथेटिक रंग हो सकते हैं अब होली का त्योहार है तो रंग तो होने ही चाहिए ऐसे में सिथेंटक रंगों से आपको बचाने के लिए हमारे पास है एक खास तरकीब जिससे आप मना सकते हैं एक हर्बल होली. और ये सब आपके किचन में मौजूद सब्जियों से मुमकिन है.
स्किन केयर एक्सपर्ट और ऐल्प्स ब्यूटी ग्रुप की फाउंडर भारती तनेजा ने हमे बताया कि किस तरह हरे रंग के लिए पालक, लाल रंग के लिए चुकुन्दर, गुलाबी रंग के लिए गुलाब, पीले रंग के लिए हल्दी और गेंदे के फूल का इस्तेमाल किया जा सकता है. जो भी रंग चाहिए उस के मुताबिक सब्जियों को मिक्सर में पेस्ट बना लें. उनको निचोड़ कर उसका पानी अलग कर लें. अलग से आटे को गूंद कर उसका दोउफ बना लें. सब्जी से निकले पानी को आटे के साथ मिक्स करके रोटी की तरह बेल लें. खुशबू डालने के लिए इसमे एरोमा लिक्विड भी मिला सकते हैं. आटा सूखने के बाद उसका पाउडर बना लें. बस हो गया रंग तैयार.