Nutritionist Rujuta Diwekar ने बताए दाल खाने के 3 नियम, जानकर फायदे में रहेंगे आप
भारतीय खान-पान (Indian Cuisine) की विविधता दुनियाभर में मशहूर है. ज्यादातर घरों में रोजाना दाल-चावल या दाल (Pulses) से बनने वाले अन्य व्यंजनों का सेवन किया जाता है. सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Celebrity Nutritionist Rujuta Diwekar) से जानिए, दाल खाने के तीन बेहद जरूरी नियम (Rules Of Eating Dal). इन्हें आजमाने से दाल के पोषक गुणों का ज्यादा फायदा उठाया जा सकता है.
नई दिल्ली: शाकाहारी खान-पान (Vegetarian Food) के शौकीन लोग शरीर में प्रोटीन (Protein) की मात्रा को संतुलित रखने के लिए रोजाना दाल (Dal) का सेवन करते हैं. दाल (Pulses) में कई पोषक तत्व (Nutrients) पाए जाते हैं, वहीं ठीक तरीके और समय पर उसका सेवन न करने से कुछ लोगों को गैस (Gas), ब्लोटिंग (Bloating) और कब्ज (Constipation) की शिकायत होने लगती है. सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Celebrity Nutritionist Rujuta Diwekar) ने दाल खाने के कुछ नियम (Rules Of Eating Dal) बताए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है.
अच्छी सेहत के लिए जानिए दाल खाने के नियम
कई बार हम लोग किसी चीज को फायदेमंद समझकर उसका सेवन तो करने लगते हैं लेकिन उसे खाने का सही समय और तरीका नहीं जानते हैं. भारतीय घरों में दाल-चावल (Indian Cuisine) को सबसे आम, सेहतमंद और फटाफट बन जाने वाले भोजन के तौर पर जाना जाता है. हालांकि, अगर हम दाल खाने के नियमों (Rules For Eating Pulses) को अनदेखा कर देंगे तो उसे खाने का कोई फायदा भी नहीं रहेगा.
करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) की न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) से जानिए, दाल खाने के सही नियम (Rules Of Eating Dal).
1- पकाने से पहले भिगोना न भूलें
दाल को पकाने से पहले उसे कुछ समय तक भिगोकर रखें. बेहतर रहेगा अगर उनमें स्प्राउट्स (Sprouts) भी निकल आएं. इससे उनमें मौजूद एंटी न्यूट्रिएंट्स (Anti Nutrients) कम हो जाते हैं. दाल में विटामिन (Vitamin), प्रोटीन (Protein), मिनरल (Minerals) और अमीनो एसिड (Amino Acid) प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. हालांकि, दाल में मौजूद अमीनो एसिड के गुणों का लाभ उठाने के लिए उसे पकाने से पहले भिगोकर रखना जरूरी है.
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2- दाल की सही मात्रा का रखें ध्यान
दाल बनाते समय उसमें चावल, बाजरा (Millets) आदि को मिलाने से उसके पोषक तत्व ज्यादा फायदेमंद साबित होते हैं. हालांकि, दाल में कुछ भी मिलाते समय सही मात्रा का ध्यान रखना चाहिए. चावल के साथ 1:3 और मिलेट्स के साथ 1:2 का रेशियो (Ratio) रखने का सुझाव दिया जाता है. इससे इन सभी चीजों के पोषक तत्वों का फायदा उठाने में मदद मिलती है.
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3- हफ्ते में 5 तरीके की दाल खाना है जरूरी
रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) के अनुसार, हर किसी को हफ्ते में कम से कम 5 तरह की दालें खानी चाहिए और वो भी 5 अलग-अलग तरीकों से. हमारी संस्कृति में दालों का सेवन करने के कई तरीके हैं. तमाम प्रकार के पल्सेस (Pulses) को पापड़, इडली, डोसा, लड्डू, हलवा, खिचड़ी, दाल आदि के तौर पर खाया जा सकता है. दाल को अलग-अलग तरीके से खाने से उसके सभी गुणों को अवशोषित करने में मदद मिलती है.
टिप- दाल का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें हल्दी के साथ ही चुटकी भर हींग और अदरक जरूर डालें. इससे दाल का स्वाद बढ़ाने के साथ ही उसे पचाने में भी मदद मिलती है.
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