Child Care in Summer: तपती धूप और सख्त गर्मी से अपने बच्चों की स्किन को कैसे बचाएं? जरूर करें ये 6 उपाय
How To Care Your Child: चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं की मार झेलना हमारे लिए काफी मुश्किल होता है, जरा सोचिए कि छोटे बच्चे इसे कैसे बर्दाश्त कर पाते होंगे, आइए जानते हैं कि अपना लाडलों की त्वचा को इस सख्त मौसम से कैसे बचाया जाए.
Protect Skin of Your Child in Summer: इस गर्मी में अपने बच्चे को जरा संभलकर रखें क्योंकि आपकी छोटी-सी गलती भी बच्चे की स्किन और सेहत पर भारी पड़ सकती है. गर्मियों का मौसम अपन साथ तरह तरह की त्वचा से जुड़ी समस्याओं को भी लाता है. बड़े तो फिर भी झेल लेते हैं लेकिन छोटे छोटे बच्चों के लिए बर्दाश्त करना काफी मुश्किल है, और अगर कहीं आपके शिशु की ये पहली गर्मी है, तो आपको बहुत ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत होगी. गर्मी में बच्चे को लू लगने, घमौरियों और त्वचा से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं.
बच्चों पर गर्मी का हो सकता है बुरा असर
1. बढ़ते तापमान के साथ साथ हमारे स्किन की टिश्यूज भी बढ़ती हैं और ऐसे में जब गर्मी की बात की जाती है तो सबसे पहला ख्याल आता है Prick Heat जिसे हम Heat Rashes भी कहते हैं, ये ज्यादा धूप, Dehydration और शरीर में गर्मी होने के कारण होता है. इससे बच्चों के गालों में लाल निशान या Rashes हो जाते है , यहाँ तक की बच्चों के पिछले वाले हिस्से में भी रैशेज की शिकायत देखी गई है.
2. हैरान करने वाली बात यह भी है की गर्मियों में हमारी स्किन ड्राई भी हो जाती है और इसका कारण शरीर में पानी की कमी होना है. उत्तर भारत में तो गर्मी का प्रकोप और भी ज़्यादा होता है जिससे यहाँ के लोगों की स्किन काफी ड्राई हो जाती है. इस वक्त शरीर से चमड़ी भी निकलने लगती है और स्किन को रूखा-सूखा बना देती है.
3. सूरज से निकलने वाली यूवी रेज यानी की Ultra Violet Rays भी शरीर के लिए काफी नुकसानदेह है. बच्चों के लिए ये ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है.
छोटे बच्चों को गर्मी से होने वाली स्किन की समस्याओं से कैसे बचाएं?
1. सूती के कपडे पहनाएं
गर्मियों में अपने बच्चे को सूती और ढीले कपड़े पहनाएं क्योंकि इससे बच्चे की स्किन सांस ले पाती है, ठंडी रहती है और रैशेज नहीं होते हैं. कोशिश करें कि धूप के समय शिशु को घर से बाहर न निकालें. और अगर किसी वजह से बाहर जाना भी पड़ जाए तो बच्चे को सिर पर सूती कैप पहनाकर रखें और धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाएं। ऐसे में कॉटन या लिनेल के कपड़े आपके बच्चों के लिए अच्छे हैं।
2. बच्चों को हाइड्रेट रखें
हर वक्त बच्चों को पानी पिलाना भी माता-पिता के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं होता, इसीलिए कोशिश करें उन्हें तरल पदार्थ में नींबू पानी या नारियल का पानी भी पिलाते रहिए जो आपकी त्वचा को पोषण देती है. इसके अलावा बच्चों को पानी में स्ट्रॉबेरी और पुदीना डालकर भी उन्हें पीला सकते हैं. बच्चों को खाने में भी वही सब्ज़ी या फल दें जिसमे पानी की मात्रा अधिक होती है जैसे की तरबूज और खीरा जो आपके शरीर में भारी मात्रा में जल प्रदान करती है.
3. नैपी का करें कम से कम इस्तेमाल
नैप्पी बच्चों के लिए आम बात है लेकिन गर्मियों में आप अपने बच्चे को कुछ देर के लिए नैपी से मुक्त रख सकते है क्योंकि भीषण गर्मी में इसके चलते बच्चों को पसीने आते हैं और उनकी जांघ और कमर या पेट पर रैशेस आ सकते हैं, और गर्मियों में बच्चे की जितना डायपर कम पहनाएंगे उतना ही उनकी त्वचा के लिए अच्छा साबित होगा.
4. दिन में दो बार नहलाएं
गर्मियों की छुट्टी में ही बच्चे पूरा फायदा उठाते हैं क्योंकि सुबह से श्याम उनका समय खेलने में ही चला जाता है। और ऐसे में एक्सपर्ट्स की सलाह है की दो बार नहाएं ताकि शरीर में जमा मैल और पसीने से छुटकारा मिल सके. शैम्पू भी ऐसा इस्तेमाल करें जिसमे खतरनाक टॉक्सिंस मौजूद न हों बच्चों को अगर बॉडी वॉश पसंद है तो ऐसे वाले इस्तेमाल करें जिसमे एलोवेरा और नारियल के तत्व हो जो आपके शरीर को सूखने से बचाती है.
5. सनस्क्रीन और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें
गर्मी के मौसम में सनबर्न होना आम बात है लेकिन शिशु की नाजुक त्वचा इसे झेल नहीं पाएगी इसलिए आप अपने शिशु के लिए पहले से ही सनस्क्रीन लोशन, कूलिंग जेल जैसे कि एलोवेरा जेल और मॉइचश्राइजर खरीद कर रखें, और पहली बार शिशु पर इस तरह के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले एक बार पीडियाट्रिशियन से जरूर बात कर लें.
6. टैल्क फ्री पाउडर का ही करें इस्तेमाल
आखिर में अगर पसीने के चलते होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से बचना चाहते हैं तो उन्हें Talc Free Powder ही दें खासतौर पर जिस जगह पर डायपर पहनाया गया हो. हम टैल्क फ्री पाउडर इसीलिए बोल रहे हैं क्योंकि इसमें Carcinogens पाया जाता है जो कैंसर पैदा कर सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)