Ghee Ke Nuksan: घी का इस्तेमाल ज्यादातर घरों में किया जाता है. घी खाने के स्वाद को बदल जाता है. इसे कई बीमारियों के खिलाफ आयुर्वेदिक औषधि के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. घी को नेचुरल वेट गेनर के नाम से भी जाना जाता है. इससे मसल्स तेजी से डेवलेप होते हैं. देसी घी पाचन तंत्र को ठीक रखता है और कब्ज जैसी दिक्कत से भी आराम देता है. कई फायदे होने के बाद भी हेल्थ एक्सपर्ट्स घी के सेवन से कुछ लोगों को दूर रहने की सलाह देते हैं. आपको बता दें कि लीवर सिरोसिस, स्प्लेनोमेगाली, हेपेटोमेगाली और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को घी के सेवन से दूर रहना चाहिए. कई लोगों के शरीर का बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholesterol) जब बढ़ने लगता है तब उनको घी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि घी उनके लिए किसी धीमे जहर की तरह काम करता है.


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इनके लिए घी बन जाता है खतरनाक


शरीर के बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल के दौरान घी नसों में ब्लॉकेज की दिक्कत को बढ़ा देता है और शरीर का ब्लड सर्कुलेशन रुकने लगता है. इसके चलते आपको दिल से जुड़ी दिक्कतें होने लगती हैं और आगे चलकर यह हार्ट अटैक का कारण बनती है. आपको बता दें कि घी में भी सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल बनाता है. इसके अलावा आपको पेट से जुड़ी कोई परेशानी है तो घी से दूरी रखना ठीक रहता है.


सर्दी-खांसी या बुखार में घी से रहें दूर


हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर किसी शख्स को सर्दी-खांसी या बुखार की शिकायत है तो उसे भी घी से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह कफ को बढ़ा देता है और मरीज की दिक्कतें बढ़ने लगती हैं. इसके अलावा किसी गर्भवती महिला को उस दौरान घी के सेवन से बचना चाहिए जब वह पेट की दिक्कतों से परेशान रहती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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