वैसे तो पेशाब शरीर से निकलने वाली एक तरह की गंदगी होती है. लेकिन इसकी मदद से सेहत के बारे में कई तरह की जानकारी प्राप्त की जा सकती है. इतना ही नहीं इसमें कई बीमारियों के शुरुआती लक्षण भी मौजूद होते हैं. ऐसे में इसमें किसी भी तरह के बदलाव को नजरअंदाज करने की गलती न करें.


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यूरिन में होने वाले बदलावों में गंध, रंग और जलन के अलावा झाग बनने की समस्या भी शामिल है. वैसे तो पेशाब की तेज धार के कारण कुछ समय के लिए झाग बनना नॉर्मल है. लेकिन यदि रोज झागदार पेशाब का आना किसी बीमारी का इशारा हो सकती है. यहां हम आपको ऐसी बीमारियों के बारे में यहां बता रहे हैं-


किडनी डिजीज

किडनी खून को छानकर साफ करती है और अपशिष्ट को पेशाब के रूप में शरीर से बाहर निकाल देती है. अगर यह प्रोसेस ठीक से नहीं होती  है, तो पेशाब झागदार हो सकता है. पेशाब में बहुत अधिक झाग होना किडनी की बीमारी का संकेत भी हो सकता है.

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हाई प्रोटीन

शरीर में अधिक प्रोटीन होने से पेशाब में झाग बनने लगता है. इस स्थिति को प्रोटीनुरिया कहते हैं. मुख्य रूप से यह समस्या गर्भवती महिलाओं, गठिया और हार्ट डिजीज वाले लोगों में देखी जाती है.


डायबिटीज

डायबिटीज से गुर्दे की कार्यप्रणाली नकारात्मक रूप से प्रभावित होती है. जिसके चलते झागदार पेशाब आता है. इसके अलावा इंसुलिन के लेवल में उतार-चढ़ाव से भी बॉडी में प्रोटीन ज्यादा बनने लगता है, जो झागदार पेशाब के लिए जिम्मेदार होता है.

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थायराइड

यदि थायराइड में कोई समस्या है, तो यह सीधे किडनी को प्रभावित करता है. ऐसे में थायराइड की बीमारी में पेशाब में झाग नजर आ सकता है. इतना ही नहीं समस्या अधिक गंभीर होने पर किडनी फेल होने का भी खतरा होता है. 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.