हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति के ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, इसी बीच वहां के सिस्सू झील में एक मनमोहक नजारा देखने को मिल रहा है. कभी लहराता हुआ सरोवर अब सर्दी के बर्फीले आगोश में समा गया है और एक जादुई जमे हुए स्वर्ग में बदल गया है.


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बीते वीकेंड में घाटी में तापमान गिरकर हड्डी को कतरने वाले -15°C तक पहुंच गया, जिसने लैंडस्केप को सफेद और चांदी के रंगों में रंग दिया. 12 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सिस्सू झील इस कड़ाके की ठंड का मुख्य रूप से सामना कर रही है. इसका क्रिस्टल-स्पष्ट पानी (जो आमतौर पर ट्राउट से भरा रहता है) अब ठंढ के सामने झुक गया है और बर्फ की शीशे जैसी चादर में बदल गया है.


कुछ हफ्ते पहले ही, नव वर्ष के आने से पहले पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही थी. जहां अन्य उत्तरी भारतीय राज्य कोहरे में डूबे हुए हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश में साफ आसमान और सुहाना मौसम का आनंद मिल रहा है. पर्यटक कुफरी में स्केटिंग का लुत्फ उठाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं.



आइस स्केटिंग का लुफ्त उठा रहे पर्यटक
आइस स्केटिंग के आयोजक हैप्पी चौहान ने बताया कि हम पिछले दस दिनों से कुफरी में हिप हिप हुर्रे में इस तालाब पर आइस स्केटिंग का आयोजन कर रहे हैं, एक स्विमिंग पूल को आइस स्केटिंग रिंक में बदलते हैं. हम यहां दिन भर आइस स्केटिंग का आयोजन कर सकते हैं.


पर्यटक कर रहे एन्जॉय
आंध्र प्रदेश की एक पर्यटक तेज ने कहा कि यहां का मौसम अच्छा, ठंडा है और मैं इसे एन्जॉय कर रही हूं, मैं आइस स्केटिंग में एक बिगिनर हूं. ये लोग स्केटिंग में मेरी बहुत मदद कर रहे हैं. यह यहां का बहुत अच्छा अनुभव है और मैं यहां बिताए पल अपने साथ ले जा रही हूं. मैं अपने माता-पिता और परिवार के सदस्यों को यहां आने का सुझाव दूंगी.


राजस्थान से आए एक अन्य पर्यटक अनिल चौधरी ने कहा कि मैदानी इलाकों के पर्यटक साफ मौसम का आनंद लेने के लिए हिमाचल प्रदेश आ रहे हैं. हमने उत्तर भारत की खोज करने का फैसला किया और हम आइस स्केटिंग के लिए कुफरी आए. यह एक अद्भुत अनुभव था. हम यहां की पहाड़ियों में और घूम रहे हैं. मौसम बहुत सुहाना है. यहां पर्यटकों का भारी जमावड़ा है और मैं चाहता हूं कि हर कोई यहां आए.