घर से ऑफिस और फिर ऑफिस से घर, क्या आप भी इस रूटीन में फंस गए हैं? शरीर को अंदर से खोखला कर देता है अकेलापन!
नौकरी और घर के बीच इंसान ने खुद को इतना बांध लिया है कि उसके पास अपने लिए समय ही नहीं रहा है. बस घर से ऑफिस और फिर घर. इंसान तरक्की तो कर रहा है, लेकिन तरक्की के साथ ही वह अकेला भी होता जा रहा है.
नौकरी और घर के बीच इंसान ने खुद को इतना बांध लिया है कि उसके पास अपने लिए समय ही नहीं रहा है. बस घर से ऑफिस और फिर घर. इंसान तरक्की तो कर रहा है, लेकिन तरक्की के साथ ही वह अकेला भी होता जा रहा है. न दोस्त न ही कोई अपना, जिसके साथ वह अपनी बातों को शेयर कर सके. घर भी जाता है, तो सिर्फ एक रोज की दिनचर्या की वजह से, नहीं तो घर भी जाने का मन नही करता है. अगर आप भी इस तरह के रूटीन को फॉलो करते हैं, तो ठीक नहीं है.
क्योंकि, अकेलापन मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है और यह इंसानों के लिए ठीक नहीं है. अकेलापन में आप पर कई तरह के नेगेटिव प्रभाव होते हैं. इससे इंसान कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ सकता है. अकेलापन हमारे फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर गहरा चोट करता है. इसका असर सालों साल तक रहता है. इस स्टोरी में हम विस्तार से बताते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं और इसका उपाय कैसे कर सकते हैं.
अकेलेपन में क्या होता है?
अकेलापन के दौरान इंसान में तनाव और चिंता बढ़ जाती है. इंसान कोई भी फैसला लेने में असमर्थ महसूस करने लगता है. नींद की कमी के साथ भूख कम लगती है. इसके अलावा, दिल से जुड़ी समस्या भी पैदा होने लगती है.
अकेलेपन को डील कैसे करें?
अकेलापन से खुद को दूर करने के लिए जरूरी है कि आप खुद को बाहर लेकर जाएं. दोस्तों से मिलें, उनसे बातें करें. किसी तरह का कोई तनाव है, तो इस बारे में परिवार के सदस्यों से बात करें. ज्यादा से ज्यादा समय उनके साथ बिताएं. खाली बैठने से अच्छा है कि आप कुछ न कुछ एक्टिविटी करते रहें. जैसे, किताब पढ़ना शुरू करें. कोई आर्टिकल लिखें, फिर उसे पढ़ें और समय-समय पर व्यायाम करें. आपको बता दें कि अकेलेपन की समस्या का निदान संभव है. लेकिन, जरूरत है कि आप दिए गए उपायों को निरंतर अपने जीवन में फॉलो करें.