Weight Loss Tips: आज के समय में वजन घटाना बहुत चैलेंजिंग हो चुका है, वो भी तब जब हाई कैलोरी वाले फूड आसानी से बाजारों में उपलब्ध हैं. ऐसे में वजन कम करने की कोशिशों में कई बार हमारा हौसला घटने लगता है. कभी-कभी ऐसा लगता है कि यह मुश्किल काम कभी पूरा नहीं हो पाएगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वजन कम करने की जर्नी में आपका सबसे बड़ा साथी कोई और नहीं बल्कि आप खुद हैं? जी हां, वजन कम करने के लिए खुद (सेल्फ-कम्पैशन) की एक अहम भूमिका होती है. आइए जानते हैं कैसे...


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क्या होता है Self-Compassion?



ये एक ऐसी भावना है जिसमें हम अपनी कमजोरियों, गलतियों और दुखों को स्वीकार करते हैं, और उनसे निपटने के लिए खुद को तैयार करते हैं. यह एक तरीके से सेल्फ इवैल्यूएशन में मदद करता है. हर इंसान में कुछ न कुछ कमियां होती हैं ऐसे में हर कोई सिर्फ उन कमियों को देखने लगे तो खुद के बारे में निगेटिविटी आती है जो शर्मिंदगी और निराशा में डुबो सकती है. इसलिए सेल्फ कांपेसन की भावना खुद को पॉजिटिव रखने में मदद करती है.



1. हर दिन एक नई शुरुआत 
वजह कम करना एक हफ्ता या एक महिने का काम नहीं है. इसके लिए कई महिने या साल भी लग जाते हैं. इसलिए सबसे पहले वर्तमान आप जैसे हैं वैसे खुद को स्वीकार करें. हर दिन को एक नए मौके के रूप में देखें, पॉजिटिव रहने से जीवन को अलग-अलग नजरिये से सोचा जा सकता है. यह मानकर चलें कि आज आप पहले से बेहतर कर सकते हैं और कर पाएंगे. 


2. दूसरों से तुलना का खेल छोड़ें
हर किसी की लाइफस्टाइल और रफ्तार अलग-अलग होती है. दूसरों के वज़न घटाने की रफ्तार या तरीकों से अपनी तुलना न करें. अपनी यात्रा अपनी शर्तों पर तय करें, अपने काम करने के तरीकों पर और खुद पर गर्व करें.


3. हेल्दी डाइट लेने की आदत डालें 
वज़न घटाने के जर्नी में हेल्दी डाइट लेना एक कारगर हथियार है. खाने के दौरान किसी और काम में न उलझें, बस खाने पर ही ध्यान दें. भूख लगने पर खाएं, पेट भरने पर रुक जाएं. ओवरइटिंग से बचें. 


4. ख़ुद की देखभाल की लिस्ट बनाएं
वज़न घटाने का मतलब खुद को सज़ा देना नहीं होता है. अपनी शारीरिक और मानसिक ज़रूरतों का ध्यान रखें. पर्याप्त नींद लें, नियमित व्यायाम करें, तनाव दूर करने के तरीके अपनाएं, और ऐसे काम करें जो आपको खुशी देते हैं.


5. धैर्य रखें
वजन घटाना एक धीमी और निरंतर किए जाने वाली प्रक्रिया है. इसलिए हार न मानें, इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है कि कांसिस्टेंसी बनाए रखें. हफ्ते या महीने भर के बजाय अपनी ग्रोथ को साल भर के नज़रिए से देखें. 



Disclaimer: प्रिय पाठक, संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है. जी मीडिया इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित समस्या के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.