Omega 3 benefits in hindi : शरीर को हेल्‍दी और फ‍िट रखने के ल‍िए स‍िर्फ व‍िटाम‍िन और म‍िनरल की जरूरत नहीं होती, बल्‍क‍ि इसके लिए कुछ हेल्‍दी फैट्स की जरूरत भी पड़ती है. क्‍योंक‍ि हेल्‍दी फैट (what healthy fats do for your body) शरीर को विटामिन ए, विटामिन डी और विटामिन ई को अवशोषित करने में मदद करते हैं. ये विटामिन फैट में घुलनशील होते हैं, जिसका मतलब ये है कि इन्हें केवल फैट की मदद से ही अवशोषित किया जा सकता है. कोई भी फैट, ज‍िसे शरीर की कोशिकाएं उपयोग नहीं कर पातीं या जो ऊर्जा में परिवर्तित नहीं होती हैं, वही शरीर में जम जाती हैं और चर्बी दिखने लगती है.


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इन्‍हीं जरूरी फैट्स में से एक है ओमेगा-3 (Omega-3 fatty acids benefits), जो हमारे शरीर को फ‍िट रखने में मददगार होता है.  शरीर में इसकी कमी होने से बॉडी पर ही नहीं, ब्रेन पर भी असर द‍िखता है. Omega-3 के अलावा omega-6 भी बॉडी के ल‍िए जरूरी हेल्‍दी फैट्स हैं. इन दोनों को पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (PUFAs) कहा जाता है. इसका द‍िल और द‍िमाग से सीधा संबंध है. आमतौर पर ये सालमन, टूना और सारड‍िन मछल‍ियों में पाया जाता है. अगर शाकाहारी हैं तो इसके ल‍िए, च‍िया सीड्स फ्लैक्‍स सीड्स और अखरोट खा सकते हैं. 


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अगर आपके शरीर में ये लक्षण द‍िखाई दें तो आप समझ लें क‍ि ओमेगा 3 फैटी एस‍िड की कमी हो गई है: 


शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है और आप आसानी से बीमार पड़ जाते हैं. शरीर बीमारियों से लड़ने में असमर्थ हो जाता है.


ओमेगा-3 की कमी होने पर महिलाओं को पीरियड्स और प्रेग्नेंसी के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है. 


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ओमेगा-3 कम होने पर आप ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते और आपका ध्यान किसी भी चीज पर कम रहता है. 


कई बार स्वभाव में चिड़चिड़ापन और बेचैनी भी ओमेगा-3 की कमी की वजह से हो सकती है. ऐसे लोगों को बहुत जल्दी गुस्सा आता है.
ओमेगा-3 की कमी से किडनी प्रभावित होती है. इससे शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं. 


आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी ओमेगा-3 फैटी एसिड जरूरी है. इसकी कमी से ड्राई आई और मोतियाबिंद का खतरा बढ़ जाता है. 


कुल मिलाकर, अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड के स्रोतों को शामिल करना बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने और पुरानी बीमारियों को रोकने के लिए बहुत जरूरी है. 


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