Laws of Live in relationship: कुछ दिनों पहले ही दिल दहला देने वाला श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड उजागर हुआ. ऐसे में लिव-इन रिलेशनशिप (Live In Relationship) पर फिर से सवाल उठने लगे हैं. लिव इन को पहले से ही समाज में सम्‍मान के नजरिये से नहीं देखा गया है. आज भी अगर शादी से पहले एक लड़का और एक लड़की अपनी स्वेच्छा से पति-पत्नी की तरह एक घर में रहते हैं तो उसे  सोसाइटी के कई लोग सही नहीं मानते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे वैध ठहरा रखा है. लिव इन में रहने वाले प्रेमी जोड़ों पर भी कुछ नियम और कानून लागू होते हैं. धोखाधड़ी से बचने के लिए इन नियमों के बारे में आपको भी जानना चाहिए.  


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लिव इन में रहने वाले शादी-शुदा होते हैं? 


अगर कपल्स एक दूसरे के साथ लिव इन रिश्‍ते में रह रहे हैं, साथ खाना खा रहे हैं या फिर साथ सो रहे हैं तो वे शादी-शुदा माने जाएंगे. लिव इन रिश्‍ते में रहने वाले दो प्रेमी जोड़े कानूनी शादी-शुदा माने जाते हैं.


अगर धोखा दिया तो? 


लिव इन रिश्‍ते में रहने वाले प्रेमी जोड़े अगर अपने पार्टनर को धोखा देते हैं तो ये एक दंडनीय अपराध होता है. ऐसे में पीड़ित आईपीसी की धारा 497 (IPC-497) के तहत अपने पार्टनर के खिलाफ केस कर सकता है और उसे सजा भी हो सकती है.


गुजारा भत्ता मिलेगा? 


लिव-इन रिश्‍ते में रहने वाले दोनों पार्टनर्स कमाऊ रहते हैं तो उनका खर्चा उनकी ‘म्यूचुअल अंडरस्टैंडिंग’ पर हो जाता है, लेकिन अगर आप अपने पार्टनर से कुछ दिनों के लिए गुजारा भत्ता मांगते हैं तो यह केवल उस स्थिति में दिया जाता है, जब आप अपने रिश्‍ते को साबित कर दें.


बच्चे को दे सकते हैं जन्म? 


लिव-इन रिश्‍ते में रहते हुए महिला प्रेग्नेंट हो जाती है और अगर वो बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो ऐसा बच्चा वैध माना जाता है. इस स्थिति में शादीशुदा कपल की तरह ही उस बच्चे की देखभाल करने की जिम्‍मेदारी उस जोड़े की होती है. कन्या भ्रूण हत्या और गर्भपात से संबंधित कानून भी लिव इन में रहने वाले कपल्स पर लागू होते हैं. 


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