Chest Pain: सीने के इस हिस्से में उठता है दर्द, तो हो जाएं अलर्ट; बज गई है खतरे की घंटी!
Chest Pain Problem: सीने में दर्द एक गंभीर परेशानी है, इसे हल्के में लेना कतई सही नहीं है. छाती के निचले हिस्से में होने वाले दर्द की कई वजहें हो सकती हैं. आइए जानते हैं कि क्या हैं इसके कारण और इससे कैसे बचा जा सकता है.
Lower Chest Pain: सीने में दर्द (Chest Pain) की कई वजहें हो सकती हैं. सीने के निचले हिस्से में अगर दर्द होता है तो अलर्ट होने की जरूरत है. सीने के निचले भाग में होने वाला दर्द दिल (Heart) और शरीर की दूसरी बड़ी बीमारियों (Diseases) का संकेत हो सकता है. आमतौर पर अगर सीने में दर्द हो तो हम गैस या एसिडिटी की परेशानी समझकर टाल देते हैं, लेकिन ऐसा करना भारी पड़ सकता है. सीने में दर्द कई वजहों से हो सकता है.
दिल की बीमारी
अगर छाती में दर्द होता है तो ये दिल (Heart) की बीमारी जैसे- हार्ट फेलियर, कोरोनरी आर्टरी डिसीज, एंजाइना और हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है. सीने से बढ़ते हुए ये दर्द कंधे और जबड़े तक भी पहुंच सकता है. ये बड़ा ही संवेदनशील मामला है ऐसे में बिना किसी देरी के डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
पेट से जुड़ी परेशानी
पाचन (Digestion) से जुड़ी परेशानियां जैसे- गैस, एसिडिटी, मांसपेशियो (Muscles) में सूजन की वजह से भी सीने में दर्द की परेशानी हो सकती है. एसोफेजल, हाइपरसेंसिटिविटी, क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस, पेप्टिक अल्सर और हर्निया भी छाती में दर्द का कारण हैं.
फेफड़ों में इंफेक्शन
फेफड़ों में इंफेक्शन (Infection) की वजह से भी लोअर चेस्ट में दर्द होता है. निमोनिया, दमा, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और छाती की चोट भी दर्द का कारण हो सकती हैं. ये बड़ा ही संवेदनशील मामला है ऐसे में बिना किसी देरी के डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
मांसपेशियां और हड्डियां
छाती के निचले हिस्से में दर्द की वजह मांसपेशियां और हड्डियां भी हो सकती हैं. हड्डियों में चोट लगने की वजह से सीने में दर्द उठ सकता है. मांसपेशियों की सूजन या इंफेक्शन भी सीने में दर्द की वजह बनता है.
चिंता और तनाव
ज्यादा टेंशन लेना भी सीने में दर्द की वजह हो सकती है. इससे चक्कर और सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है. ये ज्यादा चिंता दिल के दौरे का कारण भी बन सकती है.
कैसे करें बचाव
सीने में दर्द एक गंभीर परेशानी है ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. ऐसे दर्द को दूर करने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करना भी बेहद जरूरी है. अपनी डाइट में बदलाव करें. प्रोटीन, फायबर, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें खाना चाहिए. गुड कोलेस्ट्रॉल वाली चीजों को डाइट में शामिल करना चाहिए. बेड कोलेस्ट्रॉल, प्रोसेस्ड फूड, और फैटी चीजों को खाने से बचना चाहिए. शराब और धू्म्रपान का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए. अगर दिल में दर्द की परेशानी से बचना है तो योग और एक्सरसाइज को अपने डेली रुटीन में शामिल कर लें.