मोबाइल पर घंटों तक समय बिता रहे युवाओं के दिल की सेहत बिगड़ रही है. 20 से 30 साल का युवा वर्ग बुजुर्गों को होने वाली बीमारियों की चपेट में आ रहा है. घबराहट, हाईपरटेंशन (ब्लड प्रेशर), दिल की तेज धड़कन और कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोतरी जैसी दिक्कतें सामने आ रही हैं.


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हिन्दुस्तान अखबार में छपी खबर के अनुसार, यह खुलासा पीजीआई लखनऊ के कार्डियोलॉजी विभाग के सर्वे में हुआ है. कार्डियोलॉजी ओपीडी में 18-40 आयु वर्ग के 200 मरीजों की स्क्रीनिंग में पता चला है कि अधिकांश युवा 24 घंटे में पांच से छह घंटे तक मोबाइल स्क्रीन पर गुजार रहे हैं.


तीन साल पहले तक नहीं थी कोई दिक्कत
डॉक्टर के मुताबिक सर्वे में मरीजों ने बताया कि तीन साल पहले तक उन्हें ऐसी कोई समस्या नहीं थी. इधर, मोबाइल और लैपटॉप आदि का इस्तेमाल बढ़ा है. डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि दिल की बीमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी हैं. इसके लिए काफी हद तक मोबाइल जिम्मेदार है. बीते 6 महीने में 18 से 40 की आयु वाले 200 मरीजों पर सर्वे हुआ. नौकरीपेशा, बिजनेस वाले 80 फीसदी तो पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे 20 फीसदी युवाओं में समस्याएं मिली हैं.


नींद में खलल डालता है फोन
डॉ. गर्ग के मुताबिक, मोबाइल की लत से युवाओं में तनाव, एंग्जाइटी और नींद की कमी जैसी समस्याएं भी बढ़ रही हैं. इससे भी दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.


क्या उपाय
डॉक्टरों ने युवाओं को मोबाइल का इस्तेमाल सीमित करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मोबाइल पर बात करते समय, गेम खेलते समय या वीडियो देखते समय बीच-बीच में ब्रेक लें. नियमित व्यायाम और बैलेंस डाइट भी दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है.


मोबाइल के इस्तेमाल से बचने के उपाय
- मोबाइल का इस्तेमाल कम करें.
- 20-20-20 नियम का पालन करें. हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूरी पर देखें और 20 सेकंड के लिए आंखें बंद करें.
- नियमित रूप से व्यायाम करें.
- बैलेंस डाइट लें.
- धूम्रपान और शराब से बचें.