बच्चों को पैकेट वाली बिस्किट दे रहे हैं? तो पहले जरूर पढ़ें ये इनग्रीडिएंट्स
वैसे तो बच्चों को घर का पकाया हुआ खाना ही खिलाना चाहिए, लेकिन अगर बिस्किट देना मजबूरी है, तो पहले ये पढ़ लें कि पैकेट में लिखा क्या है.
Biscuits For Your Kids: बच्चों की हेल्थ और डेवलपमेंट के लिए सही डाइट का सेलेक्शन करना बेहद जरूरी है. खासकर पैकेट वाली बिस्किट्स, जो कि बच्चों के बीच एक पॉपुलर स्नैक है, उनकी सेहत पर असर डाल सकती हैं. हालांकि ये बिस्किट्स टेस्टी और ईजी टू ईट हो सकते हैं, लेकिन इनको तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए गई चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है. आइए डाइटीशियन आयुषी यादव से जानते हैं कि बिस्किट के पैकेट में क्या-क्या इनग्रीडिएंट्स को देखना चाहिए ताकि बच्चों की सेहत को नुकसान न पहुंचे?
बिस्किट के पैकेट पर क्य पढ़ें?
1. शुगर और स्वीटनर
पैकेट वाली बिस्किट्स में अक्सर हाई क्वांटिटी में शुगर या दूसरे स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है. हद से ज्यादा चीनी बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है और इससे मोटापा, दांतों की समस्याएं और सेहद से जुड़ी दूसरी परेशानियां पैदा हो सकती हैं.बिस्किट के पैकेट में शुगर और एडेड शुगर कंटेंट को जरूर पढ़ें और सुनिश्चित करें कि ये डेली लिमिट से ज्यादा न हो. इसके अलावा आर्टिफीशियल स्वीटनर्स जैसे एस्पार्टेम या सुक्रालोज़ से बचें, क्योंकि ये स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं.
2. ट्रांस फैट और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल
बिस्किट्स में ट्रांस फैट और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल का यूज करना आम बात है, जो दिल की बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. पैकेट में ‘हाइड्रोजेनेटेड ऑयल’ या ‘पाम ऑयल’ जैसे शब्द देखें तो इसे न खरीदें क्योंकि ये बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है.
3. आर्टिफिशियल कलर और फ्लेवर
कृत्रिम रंग और फ्लेवर बच्चों के लिए सेहत के नजरिए से अच्छे नहीं होते हैं. ये अक्सर शरीर में अनावश्यक रसायन छोड़ सकते हैं, जो स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं. पैकेट पर आर्टिफिशियल कलर या फ्लेवर के उपयोग के संकेत देखें तो इसे बच्चों को खिलाने से परहेज करें
4. सोडियम कंटेंट
पैकेट वाली बिस्किट्स में सोडियम और नमक की मात्रा देखना भी बहुत जरूरी है. हद से ज्यादा सोडियम का सेवन बच्चों में हाई बीपी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है. बिस्किट के पैकेट पर सोडियम की मात्रा की जांच करें और कोशिश करें कि ये डेली लिमिट के अंदर हो.
5. प्रोटीन और फाइबर
स्वस्थ बिस्किट्स में प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा होनी चाहिए, जो बच्चों के विकास और पाचन के लिए फायदेमंद है. पैकेट में प्रोटीन और फाइबर की मात्रा की जाँच करें और ऐसे विकल्प चुनें जिनमें इन पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा हो. ये सुनिश्चित करेगा कि बच्चों को केवल टेस्टी ही नहीं, बल्कि पोषणकारी स्नैक भी मिल रहा है. खासकर मैदा से बने बिस्किट को अवॉइड करें, क्योंकि इनमें न्यूट्रिएंट्स की कमी होती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.