Late Marriage: देर से शादी कर रहे हैं यंग लड़के-लड़कियां? ये हैं 5 सबसे बड़े कारण
Der Se Shaadi Karne Ki Wajah: पहले के दौर में लड़का और लड़की के बालिग होने पर तुरंत शादी करा दी जाती थी, लेकिन अब लेट मैरिज का चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन ऐसा हो क्यों रहा है?
Main Reasons For Late Marriage: मॉडर्न सोसाइटी में यंग लड़के-लड़कियों के बीच देर से शादी करने का चलन बढ़ता जा रहा है. ये पारंपरिक विवाह की उम्र को पार कर रहा है और इसके पीछे कई सामाजिक, आर्थिक, और निजी कारण हो सकते हैं. चलिए आज जानन् की कोशिश करते हैं कि क्यों आज के युवा अपनी शादी को लेकर ज्यादा पेशेंस रख रहे हैं
1. करियर को प्रायोरिटी
आज के युवा अपने करियर को शादी से पहले तरजीह देना चाहते हैं. हायर एजुकेशन, प्रोफेशनल अचीवमेंट, और करियर की संभावनाएं उन प्रायोरिटी में शामिल हैं, जिन्हें वो शादी से पहले पूरा करना चाहते हैं. एक बेहतर करियर और फाइनेंशियल सेफटी करने के बाद ही वो विवाह की ओर कदम बढ़ाते हैं. यो सुनिश्चित करता है कि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हों और भविष्य में शादी के बाद की जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभा सकें.
2. सेल्फ एक्सेप्टेंस और मैच्योरिटी
देर से शादी करने का एक और प्रमुख कारण खुद को समझना और मैच्योरिटी है. यंग लोग अपने सेल्फ एक्सेप्टेंस और जिंदगी के मकसद को समझने में वक्त लगाते हैं. वो अपने शौक, हॉबीज और लाइफ के टारगेट को पता करने के बाद ही शादी करने का फैसला लेते हैं. ये मेंटल और इमोशनल डेवलपमंट उन्हें एक मजबूत और समझदार रिश्ते के लिए तैयार करता है.
3. समाजिक बदलाव
समाज में बदलाव भी देर से शादी के कारणों में शामिल हैं. आजकल शादी के मामले में लोगों की पारंपरिक सोच बदल चुकी है और लेट मैरिज को इतना बुरा नहीं समझा जाता, समाज भी इसे स्वीकार करने लगा है. इस बदलाव ने युवाओं को विवाह को लेकर ज्यादा लचीला और खुला नजरिया अपनाने का कॉन्फिडेंस दिया है.
4. कर्ज
कई बार पढ़ाई और नौकरी के वक्त लोगों को कर्ज लेना पड़ता है जिसे चुकाने में कई साल लग जाते हैं. युवा कर्ज में रहकर शादी नहीं करना चाहते क्योंकि फिर उनका खर्च बढ़ जाएगा. ऐसे में लोन से फ्री होने के बाद ही शादी का प्लान बनाते हैं.
5. अपनी पसंद का मैच चुनने में सावधानी
आजकल के युवा रिश्तों में अधिक सावधानी और चुनने की प्रक्रिया अपनाते हैं. वो अपने साथी के साथ गहरे संबंध और समझ स्थापित करने के बाद ही शादी करने का फैसला लेते हैं. सही लाइफ पार्टनर की खोज में वक्त लगना और गहरे विचार-विमर्श के बाद ही शादी के लिए कदम बढ़ाना एक नॉर्मल तरीका बन गया है.