क्या आप अपने रिश्ते में उलझन महसूस कर रहे हैं? क्या आप अक्सर खुद पर सवाल उठाते हैं कि क्या आप चीजों को गलत समझ रहे हैं? यदि हां तो आपके साथ आपका पार्टनर गैसलाइटिंग कर रहा है.  


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गैसलाइटिंग एक तरह का भावनात्मक शोषण है जहां साथी आपकी वास्तविकता की धारणा को तोड़ने की कोशिश करता है. यह आपके आत्मविश्वास को कमजोर करता है और आपको हमेशा कंट्रोल में होने का अहसास करता है. कई बार लोगों को इस बात की भनक ही नहीं लग पाती है, ऐसे में यदि आपको अपने रिश्ते में ये 5 संकेत दिखाई दे रहे हैं तो सावधान हो जाएं. 


गैसलाइटिंग के लक्षण


क्या आपका साथी लगातार आपकी यादों या अनुभवों को खारिज कर देता है? उदाहरण के लिए, क्या आपने उनसे किसी बातचीत के बारे में बताया था और उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ? यह गैसलाइटिंग का एक क्लासिक संकेत है. वे आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहे हैं कि आप पागल हैं या आपकी याददाश्त कमजोर है.


आपका साथी अक्सर आप पर झूठ बोलने या चीजें गड़बड़ाने का आरोप लगाता है, भले ही आप जानते हैं कि आप सच बोल रहे हैं. वे आपकी ईमानदारी पर सवाल उठाकर आपको असुरक्षित महसूस करा सकते हैं.


आपका साथी आपसे बात करना बंद कर देता है या आपको सजा देने के लिए नजरअंदाज करता है. ऐसा करके वो आपको इमोशनली कमजोर करता है और अपने कंट्रोल में रखता है.  


आपका साथी आपके फैसलों को महत्वहीन या बेवकूफी भरा बताकर कमतर करता है. वे आपको यह महसूस करा सकते हैं कि आप कुछ भी सही नहीं कर सकते और उनकी स्वीकृति के लिए आप पर निर्भर रहना चाहिए.


आपका साथी हमेशा अपनी गलतियों का ठीकरा आप पर फोड़ देता है. वे चीजों को घुमा कर आपको जवाबदेह महसूस करा सकते हैं, भले ही आप जिम्मेदार न हों. 

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आपको क्या करना चाहिए

यदि आप इनमें से किसी भी चेतावनी संकेत का अनुभव कर रहे हैं, तो मदद लेना महत्वपूर्ण है. किसी दोस्त, परिवार के सदस्य या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से बात करें. वे आपको स्थिति को समझने और उससे निपटने के लिए रणनीति बनाने में मदद कर सकते हैं.