Night Shift: Boss बार-बार लगाता है नाइट शिफ्ट, तो उसे दिखा दें ये खबर, सेहत से ज्यादा जरूरी नहीं है काम
Night Shift Side Effects: नाइट शिफ्ट में काम करना कई लोगों की मजबूरी होती है, लेकिन इस शिफ्ट को लंबे वक्त तक जारी रखना आपकी सेहत के लिए बड़ा खतरा हो सकता है, इसलिए हमेशा रात के वक्त काम न करें.
Side Effects of Working in Night Shifts: दुनिया में कई ऐसे वर्कप्लेस हैं, जहां नाइट शिफ्ट रेग्युलर वर्कडे का एक जरूरी हिस्सा है, या यूं कहें, कि ऐसा करना मजबूरी है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, होटल, पुलिस, आर्मी, अस्पताल, कई खास उद्योग और मीडिया इंडस्ट्री में चौबीसों घंटे काम होता है, ऐसे में कोई न कोई इंसान रात के वक्त अपनी ड्यूटी करता होगा, लेकिन लंबे वक्त तक इन अनियमित शिफ्टों में काम करने वाले कर्मचारी अलग-अलग तरह के हेल्थ इश्यूज के शिकार हो सकते हैं. आइए जानते हैं कि नाइट शिफ्ट करने के क्या-क्या खतरे हैं.
नाइट शिफ्ट में काम करने के नुकसान
1. नींद के पैटर्न में गड़बड़ी
नींद आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है, जब आप सोते हैं, तो आपका शरीर विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाता है, चोट की मरम्मत करता है, और तनाव को कम करता है. नाइट शिफ्ट में काम करना उन जरूरी बॉडी फंक्शंस में दखल देता है, इससे आपकी हेल्दी स्लीप और सेहत पर बुरा असर पड़ता है.
2. हार्ट अटैक का खतरा
साल 2012 में एक ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में छपी स्टडी में ये बताया गया था कि नाइट शिफ्ट में काम करने से किसी भी इंसान में हार्ट अटैक का रिस्क 7 फीसदी तक बढ़ सकता है, क्योंकि स्लीप हैबिट्स में चेंजेज का असर ब्लड प्रेशर और ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है
3. डिप्रेशन का खतरा
जो लोग नाइट शिफ्ट में काम करते हैं उनके मेंटल हेल्थ पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है, कई लोगों में डिप्रेशन और मूड डिसऑर्डर देखने को मिलता है, इसलिए लंबे समय तक नाइट शिफ्ट करने से बचें, वरना आपकी सेहत पर इसका बुरा असर पड़ेगा.
4. मोटापा और डायबिटीज का खतरा
जो लोग दिन में भरपूर नींद लेते हैं और रातों को जागकर काम करते हैं उनमें मोटापे और डायबिटीज का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि इससे हार्मोन प्रोडक्शन का बैलेंस बिगड़ जाता है. भले ही आप कितना भी हेल्दी डाइट क्यों न लें, रातों को जागने का खतरा भारी पड़ सकता है.
5. विटामिन डी की कमी
जो लोग रात में काम करते हैं वो अक्सर डे लाइट में आराम करते हैं, जिसकी वजह से वो धूप में कम निकल पाते हैं और फिर शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है. इसके कारण आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.