गर्मियों हो या सर्दी में सॉफ्टी आइसक्रीम का लुत्फ लेना किसको पसंद नहीं? ठंडी-ठंडी, मीठी और स्वादिष्ट सॉफ्टी हम सभी बड़े चाव से खाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जो सॉफ्टी खा रहे हैं, वह डेयरी प्रोडक्ट नहीं है. उसमें मुख्य रूप से चीनी का इस्तेमाल होता है। राजस्थान की अथॉरिटी फॉर एडवांस रूलिंग (RAAR) ने इस पर बड़ा खुलासा किया है.


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अलवर स्थित VRB कंज्यूमर प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उनके द्वारा बनाए गए लो फैट सॉफ्टी आइसक्रीम मिक्स में 61.2 प्रतिशत चीनी, 34 प्रतिशत दूध ठोस या स्किम्ड मिल्क पाउडर और अन्य 4.8 प्रतिशत फ्लेवरिंग एजेंट्स और नमक का मिश्रण होता है. इस खुलासे के बाद RAAR ने इसे डेयरी प्रोडक्ट मानने से इनकार कर दिया और इसे 'चीनी-आधारित' उत्पाद माना. यह जानकारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सॉफ्टी आइसक्रीम के शौकीन इसे डेयरी प्रोडक्ट समझकर खा रहे थे, लेकिन असल में इसका मुख्य घटक चीनी है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है.


नकली आइसक्रीम के नुकसान


वजन बढ़ना: सॉफ्टी आइसक्रीम में चीनी की अधिक मात्रा होती है, जो वजन बढ़ाने का मुख्य कारण बनती है. ज्यादा चीनी सेवन मोटापा बढ़ाता है और शरीर में एक्स्ट्रा चर्बी जमा करता है.


डायबिटीज का खतरा: चीनी से भरपूर सॉफ्टी आइसक्रीम नियमित रूप से खाने से खून में शुगर का लेवल बढ़ सकता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.


दांतों की समस्या: अधिक चीनी सेवन से दांतों में कैविटी और अन्य दांत संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.


दिल की बीमारी का खतरा: ज्यादा चीनी सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जो दिल की बीमारी का कारण बन सकता है.


आर्टिफिशियल फ्लेवर्स के नुकसान: नकली आइसक्रीम में उपयोग किए गए फ्लेवर्स और एजेंट्स शरीर पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकते हैं और एलर्जी या पाचन समस्याएं पैदा कर सकते हैं.


अगर आप भी सॉफ्टी आइसक्रीम को हेल्दी समझकर खा रहे हैं, तो सावधान हो जाइए. यह चीनी से बना प्रोडक्ट है, जो न केवल आपके वजन पर बल्कि आपकी पूरी सेहत पर भी बुरा असर डाल सकता है.