मानव शरीर हर दिन 1 से 2 लीटर म्यूकस बनाता है, और जब हम बीमार होते हैं तो यह म्यूकस वायरस को फंसा कर उन्हें निष्क्रिय करता है. इसलिए सर्दी-जुकाम के दौरान नाक उड़ाना बहुत नेचुरल हो जाता है. लोग ऐसा इसलिए भी करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह सबसे अच्छा तरीका है म्यूकस को साफ करने और बेहतर सांस लेने के लिए. 


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ऐसे में नाक उड़ाने से गाढ़ा म्यूकस बाहर निकलता है, जिससे कुछ देर के लिए राहत मिलती है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि नाक को सही तरीके से न साफ करना या ज्यादा जोर से उड़ाना समस्या को और बढ़ा सकता है और कुछ जटिलताएं भी पैदा कर सकता है.



नाक उड़ाने के नुकसान
डॉ. सपनिल ब्रजपुरीया, सीनियर कंसल्टेंट और एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ईएनटी के प्रमुख इंडिया टूडे को बताते हैं, "नाक को गलत तरीके से उड़ाने से नाक के नेचुरल क्लीनिंग प्रोसेस में रुकावट आती है. इससे म्यूकस और कीटाणु गहरे साइनस में या यहां तक कि मध्य कान में चले जाते हैं. इससे साइनस इंफेक्शन, कान में दर्द या गंभीर मामलों में ईयरड्रम (कान का पर्दा) फटने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इससे जुकाम ज्यादा दिन तक भी रह सकता है"


बहती नाक को साफ करने का सही तरीका

- सबसे पहले एक नथुने को हल्के से अंगूठे से दबाकर बंद करें.
- दूसरे नथुने से धीरे-धीरे हवा को बाहर निकालें.
- अगर नाक बहुत जाम हो, तो पहले सलाइन स्प्रे का उपयोग करें या भाप लें, इससे म्यूकस ढीला हो जाएगा.
- नथुने को बंद करके हल्का दबाव डालें और धीरे से नाक सुड़कने का प्रयास करें.
- नर्म और मॉइस्चराइज टिश्यू का उपयोग करें ताकि नाक के आसपास की त्वचा में जलन न हो.

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क्यों जरूरी है म्यूकस

म्यूकस हमारे श्वसन तंत्र की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाता है. डॉ. ब्रजपुरीया के अनुसार, "म्यूकस शरीर की रक्षा की पहली लाइन के रूप में काम करता है, जो बैक्टीरिया, वायरस और अन्य हानिकारक तत्वों को फंसाता है. इसमें इम्यून प्रणाली के अणु होते हैं जो कीटाणुओं को निष्क्रिय करते हैं और उन्हें प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने में मदद करते हैं, जैसे कि छींकना या खांसी के माध्यम से."


जुकाम में ज्यादा म्यूकस बनने का कारण

सर्दी-जुकाम के दौरान म्यूकस का अत्यधिक उत्पादन शरीर की वायरस से लड़ने की प्रक्रिया का हिस्सा होता है. लेकिन गलत तरीके से नाक उड़ाने से यह नेचुरल डिफेंस सिस्टम प्रभावित हो सकता है, जिससे नाक से खून बहने या संक्रमण जैसे जटिलताएं हो सकती हैं. 


 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.