Urfi Javed पराठे में मिलाकर खाती हैं ये 2 चीजें, जानिए सेहत को फायदा होगा या नुकसान
Urfi Javed Diet: हम जिन सेलिब्रिटीज को पसंद करते हैं, उनकी लाइफस्टाइल से जुड़ी चीजों के बारे में जरूर जानना चाहते हैं. आइए जानते हैं कि टीवी एक्सट्रेस उर्फी जावेद आखिर क्या खाना पसंद करती है.
Urfi Javed Eats Beetroot Paratha With Butter: टीवी एक्ट्रेस उर्फी जावेद अक्सर अपने अजीबोगरीब ड्रेसिंग सेंस को लेकर चर्चा में रहती हैं. यही वजह है कि इंस्टाग्राम पर उनके 4 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो अपनी डाइट में क्या लेना पसंद करती हैं. इसका खुलासा उन्होंने अपनी इस्टा स्टोरी के जरिए किया है. उन्होंने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'पराठे में जब तक 250 ग्राम मक्खन न हो, मजा नहीं आता! मेरा पराठा इसलिए लाल है क्योंकि मैंने आटे में चुकंदर मिलाया है.' आइए जानते हैं कि इससे उनकी सेहत को नुकसान होगा या फायदा.
चुकंदर खाना फायदेमंद या नुकसानदेह?
सर्दी के मौसम में चुकंदर खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, ये एक पोष्टिक फल है, जिसमें फाइबर, सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस की भरपूर मात्रा पाई जाती है. आइए जानते हैं अगर इसके पराठे खाए जाएं तो ये शरीर के लिए किस तरह लाभकारी हो सकता है.
चुकंदर खाने के फायदे
1. ब्लड प्रेशर होगा कंट्रोल
आजकल हाई बीपी एक बड़ी बीमारी बन चुकी है, जो आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बनती है. जो लोग चुकंदर वाले पराठे खाते तो उन्हें कोरोनरी डिजीज का खतरा कम हो जाता है क्योंकि इससे बीपी कंट्रोल में रहता है.
2. डाइजेशन होगा दुरुस्त
एक कप कटे हुए चुकंदर में करीब 3.4 ग्राम फाइबर होता है, जो हमारे पाचन तंत्र को बेहदर बनाचा है, इससे कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है.
3. डायबिटीज में असरदार
कई रिसर्च में ये साबित हो चुका है चुकंदर के नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को चुकंदर के पराठे जरूर खाने चाहिए.
4. कैंसर से बचाव
चुकंदर में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिनमें एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज होती है, जैसे- फेरुलिक एसिड, रुटिन, कैम्फेरोल और कैफिक एसिड. यही वजह है कि इस फूड के सेवन से कैंसर सेल्स का ग्रोथ रुक जाता है.
मक्खन खाने से क्या होगा?
पराठे के साथ मक्खन खाने का चलन आम है, उर्फी जावेद ने भी ऐसा ही किया है, लेकिन बटर में सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिससे मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज का खतरा पैदा हो जाता है. इसलिए मक्खन सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए. आप चाहें तो सफेद मक्खन को बेहतर विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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