Pulses Cooking Tips: दाल एक हेल्दी डाइट है, इसे रोजाना खाने की सलाह दी जाती है, वेजिटेरियन डाइट फॉलो करने वालों के लिए ये प्रोटीन (Protein) का रिच सोर्स होता है, जिससे शरीर को मजबूती मिलती है, इसके अलावा और भी कई फायदे होते हैं. हालांकि दाल को पकाते वक्त कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना जरूरी है, वरना आपको इस बेहतरीन फूड का मैक्सिमम बेनिफिट नहीं मिल पाएगा और कई परेशानियों के शिकार हो जाएंगे


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दाल पकाते वक्त इन बातों का रखें ख्याल


1. दाल बनाने का तरीका


डाइटीशियन आयुषी यादव का मानना है कि दाल बनाने से पहले उसे भिगोया या अंकुरित किया जाना चाहिए. इससे पोषण को खत्म करने वाले एंटी-न्यूट्रिएंट को हटाया जाता है और एंजाइम्स को अच्छी तरह से काम करने में मदद करता है. दाल में प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स के साथ कुछ एंटी-न्यूट्रिएंट भी होते हैं. जो कि पेट में गैस, अपच व पेट फूलने की समस्या पैदा करते हैं.



2. चावल के साथ ऐसे खाएं दाल


आपको चावल या दूसरे अनाज के साथ दाल खाने पर उसके अनुपात को ध्यान रखना चाहिए. अगर आप दाल-चावल खा रहे हैं, तो उसका अनुपात 1:3 रखें और अन्य अनाज के साथ इसका अनुपात 1:2 रखना चाहिए. क्योंकि, दाल में मौजूद जरूरी अमिनो एसिड चावल या अनाज में मिलने वाले अमिनो एसिड के बिना अधूरा है और फायदा नहीं दे पाता. यह अमिनो एसिड कम उम्र में सफेद बाल, कमजोर हड्डियां और इम्युनिटी खराब होने से बचाते हैं.


3. दाल खाने में वेरायटी रखें


हमारे पास कई रंग और प्रकार की दालें मौजूद हैं, जिनमें पोषण और फायदे भी अलग-अलग हैं. आप एक हफ्ते में 5 तरह की दालों को खाएं और एक महीने में करीब 5 तरीकों से दाल खाएं जैसे पापड़, दाल, खिचड़ी, हलवा, लड्डू, डोसा वगैरह.
 


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)