कैंसर पेशेंट अपने बालों को क्यों करवाते हैं शेव? डॉक्टर से जानिए आखिर इसकी जरूरत क्या है
Chemotherapy And Hair Loss: तीसरे स्टेज के ब्रेस्ट कैंसर का पता लगने के बाद एक्ट्रेस हिना खान ने अपने बाल कटवा लिए हैं, कुछ लोग हेड शेव करवाते हैं. आखिर ऐसा क्यों किया जाता है?
Why Cancer Patients Shave Their Head: कैंसर एक बेहद खतरनाक बीमारी है जो कई बार या तो जानलेवा हो सकती है, या फिर आपकी जिंदगी पूरी तरह से बदल देती है. आपने अक्सर कैंसर से पीड़ित कई सेलेब्रिटीज की तस्वीरें देखी होंगी जिसमें उन्होंने अपने बाल कटवाए या शेव करवाए हैं, इनमें सोनाली बेंद्रे, मनीषा कोइराला, लीजा रे, युवराज सिंह, ताहिरा कश्यप और हिना खान शामिल हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कैंसर पेशेंट अपने बाल क्यों मुंडवाते हैं? आइए इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश करते हैं,
आसान नहीं होता बालों को मुंडवाना
सिर के बाल किसी की आइडेंटिटी को डिफाइन करते हैं, ये वजह है कि लोग अपनी जुल्फों की भरपूर केयर करते हैं, लेकिन कैंसर होने पर इसे हटाना एक पेनफुल डिसीजन होता है, फोर्टिस कैंसर इंस्टीट्यूट, वसंत कुंज, नई दिल्ली के डायरेक्टर (हेमेटोलॉजी एंड बोन मैरो ट्रांसप्लांट) डॉ. मीतू श्रीखंडे (Dr. Mitu Shrikhande) ने कहा, "लोग अपने बालों को लेकर काफी सेंसिटिव होते हैं, जैसे ही कैंसर डाइग्नोज होता है, तब पेशेंट को ट्रीटमेंट के लिए अपने बाल छोटे कराने होते हैं जो कई लोगों के लिए लाइफ का चैलेंजिंग और इमोशनली डिस्टर्बिंग पार्ट बन जाता है."
कीमोथेरेपी और हेयर लॉस
कैंसर के इलाज के लिए पेशेंट को कीमोथेरेपी से गुजरना पड़ता है, जिसके कारण उसके बॉडी के कई सेल्स पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे में बालों, स्किन, म्यूकस मेंबरेन और ब्लड सेल्स एफेक्ट होते हैं. आपका हेयर लॉस परमानेंट होगा या टेम्प्रोरी या फिर पार्शियल ये इस पर डिपेंड करता है कि किस तरह का कीमो ड्रग इस्तेमाल किया जा रहा है. आमतौर पर कीमो एजेंट के एक्सपोजर में आने के 2 से 3 हफ्ते बाद बालों का जाना या कम होना शुरू होता है,
बाल शेव कराने की सलाह क्यों दी जाती है?
ऑन्कोलॉजिस्ट और हेल्थकेयर एक्सपर्ट बाल शेव करवाने या कटवाने की सलाह इसलिए देते हैं ताकि कैंसर के मरीज हेयर लॉस के लिए पहले से मेंटली प्रिपेयर हो जाए. बाल मुंडवाने के बाद वो एक तरह से कीमोथेरेपी का साइड इफेक्ट को एसेप्ट कर लेते हैं, और फिर कैंसर से लड़ना थोड़ा आसान हो जाता है.
डॉ. मीतू श्रीखंडे ने कहा, "मेरे हिसाब से कीमोथेरेपी से पहले बालों को शेव करना एक तरह का एसेप्टेंस है और कैंसर से फाइच करने का एक तरीका है. इससे पेशेंट सशक्त बनता है, उसका कॉन्फिडेंस बढ़ जाता है और मरीज में सेल्फ कंट्रोल भी पहले से ज्यादा आ जाता है. कुछ लोग बालों को छोटा करवाते हैं, कुछ क्लिप लगाते हैं, तो कई महिलाएं स्कार्फ पहनती है. ये एक तरह का फेज होता जो वक्त के साथ गुजर जाता है."
फिर से वापस आ सकते हैं बाल
हेयर लॉस एक टेम्पररी इशू है औ ट्रीटमेंट खत्म होने के बाद बाल फिर से बढ़ने शुरू हो जाते हैं, हालांकि बेहतर तरीके से हेयर रिग्रोथ होने में 6 महीने से 1 साल का वक्त लग सकता है. डॉ. मीतू का कहना है, "एक ऑन्कोलॉजिस्ट होने के नाते हम अपने पेशेंट के फैसले की कद्र करते हैं और उन्हें इस मुश्किल हालात से गुजरने के लिए जरूरी सलाह देते हैं."
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें