पटना: बि‍हार में चुनाव से पहले महागठबंधन की राह आसान होती नजर नहीं आ रही है. सीटों के बंटवारे को लेकर आपस में तकरार बढ़ती जा रही है. जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में आरजेडी के बाद सबसे ज्यादा सीटों की डिमांड कर दी है. मांझी की इस डिमांड ने कांग्रेस को नाराज कर दिया है. कांग्रेस के विधायक ने तो मांझी पर बीजेपी के साथ राज्यपाल पद को लेकर सेटिंग तक का आरोप लगा दिया है. वहीं आरजेडी ने कह दिया है कि यहां तो मांगने पर मौत भी नहीं मिलती ऐसे में मनचाही सीट की बात तो दूर है.


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जीतनराम मांझी की पार्टी हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को हुई. बैठक के बाद जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में आरजेडी के बाद सबसे ज्यादा सीट की डिमांड कर दी. मांझी की ये डिमांड कांग्रेस को नागवार गुजरी है. कांग्रेस के विधायकों ने एक एक कर मांझी पर जमकर हमला बोल दिया है. कांग्रेस विधायक राजेश कुमार ने कहा है कि मांझी पहले अपना कुनबा तो बचा लें. मांझी जी को पहले ये गठबंधन अच्छा लग रहा था और अब यहां वो असहज महसूस कर रहे हैं. कहीं ऐसा तो नहीं बीजेपी से राज्यपाल के पद को लेकर मांझी जी बातचीत कर चुके हैं.
 
कांग्रेस विधायक आनंद शंकर ने भी मांझी के बयान पर हमला बोला है. कांग्रेस विधायक ने कहा है कि मांझी जी अपनी बात महागठबंधन पर थोप नही सकते. सीट को लेकर फैसला महागठबंधन में होना है न कि मीडिया में. दरअसल मांजी को लेकर कांग्रेस के विधायकों की नाराजगी यूं ही नहीं. जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी हम को महागठबंधन में दूसरे नंबर की पार्टी बता दिया है. सोमवार से पहले पार्टी ही हुई बैठक में मांझी ने ये कह कर भी सनसनी फैला दी थी कि उनकी पार्टी की हैसियत बिहार में कांग्रेस से ज्यादा है, जिसके बाद कांग्रेस के विधायक लगातार मांझी पर हमला बोल रहे हैं.


इधर मांझी की दावेदारी से आरजेडी से भी असहज हो गई है. पार्टी के विधायक प्रवक्ता रामानुज प्रसाद ने मांझी को दबी जुबान में सलाह दे डाली है. रामानुज प्रसाद ने कहा है कि यहां मांगने पर मौत भी नहीं मिलती है. फिर मनचाही सीट की बात तो दूर है. दावा करना और दावा जमीन पर उतरने में काफी अंतर होता है. जहां तक सीटों की बात है तो वो साथ बैठकर ही फैसला होगा.


इधर महागठबंधन में मांझी के डिमांड के बाद बने हालात पर एनडीए के नेता चुटकी लेने में जुटे हैं. बीजेपी विधायक तारकिशोर प्रसाद ने कहा है कि मांझी जी की महत्वाकांक्षा उड़ान ले रही है. पूर्व सीएम के नाते उन्हें अपनी गरिमा बचाकर रखनी चाहिए. वहीं जेडीयू विधायक मनीष कुमार ने कहा है कि मांझी जी को छोड़कर तो सभी जा रहे हैं. ऐसे में जितनी सीटों की डिमांड मांझी जी कर रहे है तो क्या मांझी जी अकेले सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.