नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) में 7 चरणों में हुई वोटिंग के साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी विधानसभा के लिए भी मतदान हुआ है. 23 मई को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन ही आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हुए विधानसभा चुनाव 2019 के नतीजों का भी ऐलान किया जाएगा. उससे पहले आए एग्‍ज‍िट पोल का दावा है कि ओड‍िशा और आंध्र प्रदेश में राज्‍य सरकार की वापसी संभव है, लेकिन लोकसभा में दोनों दलों को बड़ा नुकसान होने जा रहा है.


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Lagadpati Raja Gopal Survey के मुताबिक 175 में से टीडीपी को आंध्रप्रदेश में 90 से 110 सीटें मिल सकती हैं. वहीं जगन मोहन रेडडी को 65 से 79 सीटें मिलेंगी. The RG Flash survey के अनुसार, टीडीपी को 90 से 110 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं वाइएसआरसीपी 65 से 79 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. हालांकि इंडिया टुडे एक्‍स‍िस के सर्वे में तस्‍वीर दूसरी है. इसके अनुसार जगन की पार्टी वाइएसआरसीपी को 130से 135 सीटें मिल सकती हैं. टीडीपी को 37 से 40 सीटें मिल सकती हैं.


ओड‍िशा में लोकसभा चुनावों में तो बीजेपी बीजेडी को कड़ी टक्‍कर दे रही है, लेकिन विधानसभा चुनावों में नवीन पटनायक सत्‍ता में वापसी करते दिख रहे हैं. Exit Poll  के मुताबि‍क ओडिशा में 147 सदस्‍यीय विधानसभा में जीत के लिए 74 सीटें हासिल करते दिख रहे हैं.  2000 से यहां पर नवीन पटनायक सत्‍ता के शिखर पर हैं.


तमाम चैनलों के सर्वे के आधार पर ZEE NEWS भी 'poll of polls' सर्वे अपने दर्शकों के लिए पेश किया. टुडेज चाणक्‍य (Today's Chanakya), रिपब्लिक-सी वोटर (Republic-CVoter), एबीपी-सीएसडीएस (ABP-CSDS), न्‍यूज18-आईपीएसओएस (News18-IPSOS), इंडिया टुडे-एक्सिस (India Today-Axis), टाइम्‍स नाऊ-सीएनएक्‍स (Times Now-CNX), न्‍यूज एक्‍स-नेता (NewsX-Neta) अपने एग्जिट पोल पेश करेंगे. इनके आधार पर Zee News अपना महा Exit Poll पेश किया.



आंध्र प्रदेश की 175 विधानसभा सीटों का एक्जिट पोल 
2014 तेलंगाना के अलग राज्य बनने के बाद आंध्र प्रदेश में पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए हैं. यहां सत्ताधारी मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (टीआरएस), जगनमोहन रेड्डी की वाइएसआर कांग्रेस और अभिनेता पवन कल्याण की जनसेना पार्टी (जेएसपी) के बीच मुख्य मुकाबला है. वैसे मैदान में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी भी है लेकिन मुख्य मुकाबला क्षेत्रीय दलों के बीच ही है. राज्य की 15वीं विधानसभा के गठन के लिए 175 सीटों पर 11 अप्रैल को एक चरण में ही मतदान हुए थे. पवन कल्याण की जेएसपी ने इन चुनावों में बीएसपी, सीपीआई और सीपीएम के साथ गठबंधन किया है.


ओडिशा में नवीन पटनायक फिर करेंगे सत्ता में वापसी
ओडिशा की 147 विधानसभा सीटों पर 4 चरणों में वोटिंग हुई है. यहां पिछले 19 साल से बीजू जनता दल का राज है और नवीन पटनायक लगातार 4 बार से मुख्यमंत्री बने हुए हैं. लोकसभा चुनाव के सात चरणों के दौरान ही ओडिशा में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को मतदान हुआ. ओडिशा में सभी 147 सीटों पर राज्य की सत्ताधारी बीजू जनता दल ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. वहीं बीजेपी ने भी सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी को उतारा है. यहां बीजेपी ने किसी भी राजनीतिक दल से कोई गठबंधन नहीं किया. वहीं कांग्रेस की बात करें तो यहां कांग्रेस पार्टी ने 139 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. बहुुजन समाज पार्टी ने 107 सीटों पर चनावी ताल ठोकी हैं. समता क्रांति दल और आम आदमी पार्टी 15-15 सीटों पर मैदान में है. वहीं ओडिशा विधानसभा चुनाव 2019 में अलग अलग सीटों से कुल 305 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है.