हैदराबाद लोकसभा सीट: विपक्षी दलों के सामने है ओवैसी का `तिलिस्म` तोड़ने की चुनौती
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद लोकसभा सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इस्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता और मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत कुल 15 उम्मीदवारों की किस्मत 11 अप्रैल को ईवीएम में कैद हो चुकी है. यहां 39.49 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया. अब 23 मई को आने वाले चुनाव परिणामों में इनके भाग्य का फैसला हो जाएगा.
हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद लोकसभा सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इस्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के नेता और मौजूदा सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत कुल 15 उम्मीदवारों की किस्मत 11 अप्रैल को ईवीएम में कैद हो चुकी है. यहां 39.49 फीसदी मतदान रिकॉर्ड किया गया. अब 23 मई को आने वाले चुनाव परिणामों में इनके भाग्य का फैसला हो जाएगा.
एआईएमआईएम अध्यक्ष और तीन बार के सांसद असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद से फिर से चुनावी मैदान में उतरे. उनके खिलाफ टीआरएस की तरफ से नए चेहरे पुस्ते श्रीकांत ने ताल ठोकी. वहीं, बीजेपी ने अपने पिछले उम्मीदवार डॉ. भगवंत राव पर एक बार फिर विश्वास जताया. इनके अलावा कांग्रेस ने मोहम्मद फिरोज खान को यहां से चुनाव लड़वाया. जो दो बार विधानसभा चुनाव हार गए थे.
तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद सीट पर टीआरएस द्वारा एमआईएम को कड़ी टक्कर देने की उम्मीद नहीं होने के कारण मुकाबला ज्यादातर फिरोज खान, असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा उम्मीदवार डॉ. भगवंत राव के बीच ही है.
देश के पहले लोकसभा चुनाव (1952) से अस्तित्व में आई हैदराबाद संसदीय सीट पर अब तक कुल 16 बार आम चुनाव हो चुके हैं, जिनमें से आठ बार एआईएमआईएम जीत दर्ज कर चुकी है. इस सीट पर कांग्रेस को 6 बार जीत मिल चुकी है. इसके अलावा एक बार तेलंगाना प्रजा समिति और एक बार निर्दलीय उम्मीदवार ने यहां से जीत दर्ज की है. खास बात यह है कि इस सीट पर असदुद्दीन ओवैसी का परिवार लगातार 45 साल से राज कर रहा है. असदुद्दीन के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी यहां से लगातार 6 बार सांसद रह चुके हैं.
हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की सात सीटें आती हैं. ये हैं- मलकपेट, कारवां गोशमहल, चारमीनार, चंद्रयान गुट्टा, याकूतपुरा और बहादुरपुर विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें से छह सीटें ओवैसी की पार्टी AIMIM के पास हैं, जबकि एक सीट बीजेपी के के खाते में है.
2014 के लोकसभा चुनाव में AIMIM के उम्मीदवार असदुद्दीन ओवैसी को 5,13,868 यानी मतदान के 52.94 फीसदी वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. भगवंत राव को 32.05 प्रतिशत यानी 3,11,414 मत हासिल हुए थे. वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार एस कृष्णा रेड्डी और टीआरएस के कैंडिडेट रशीद शरीफ क्रमश: 49310 और 37,195 वोट पाकर तीसरे और चौथे स्थान पर रहे. 2014 के लोकसभा चुनाव में यहां पर कुल 53.27 फीसदी वोटिंग हुई थी.
पता हो कि तेलंगाना भारत के आंध्रप्रदेश राज्य से अलग होकर भारत का 29वां राज्य बना था. दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी हैदराबाद है. राज्य में मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव की अगुवाई में टीआरएस पार्टी की सरकार है. इस राज्य में 119 विधानसभा सीटें और 17 लोकसभा सीटें हैं. वहीं प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 31 है.