भोपाल: फिल्म अभिनेता सलमान खान ने राजनैतिक दलों के प्रचार और चुनाव लड़ने से इनकार किया तो कांग्रेस ने भी उनसे किनारा कर लिया. कांग्रेस के अंदर से ही सलमान को चुनाव लड़वाने और प्रचार को लेकर अवाज उठी थी. जिस पर सलमान ने ट्वीट कर आपत्ति जताई ओर ऐसी खबरों को खरीज किया. सलमान ने ट्वीट कर कहा था कि वे न तो चुनाव लड़ रहे हैं और न ही किसी राजनीतिक दल के चुनाव प्रचार में जा रहे हैं. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस ने भी उनसे चुनाव प्रचार के लिए बात नहीं होने की बात कही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इससे पहले, सीएम कमलनाथ ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले सलमान खान से बात होने का दावा किया था. कमलनाथ ने दावा करते हुए कहा था, "सलमान को उनके मध्य प्रदेश से रिश्ते को याद कराया और प्रदेश के विकास में उनका योगदान चाहा है. उन्हें मध्य प्रदेश में पर्यटन के प्रमोशन के लिए काम करने का ऑफर भी दिया है." नाथ ने बताया था कि सलमान 2 अप्रैल से 18 अप्रैल तक मध्यप्रदेश में ही रहेंगे.


इंदौर से उठी थी टिकट देने की मांग 
सबसे पहले इंदौर के कुछ कांग्रेस नेताओं ने सलमान को प्रत्याशी बनाए जाने की मुहिम छेड़ी थी. साथ ही यह प्रचार हुआ कि सलमान खान को लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए प्रदेश की कुछ सीटों पर कांग्रेस ले जाएगी. हालांकि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से इसको लेकर कोई कार्यक्रम जारी नहीं किया गया. सलमान एमपी में पहले भी सीएम कमलनाथ और इंदौर से कभी लोकसभा के उम्मीदवार रहे पंकज सिंघवी के लिए प्रचार कर चुके थे जिसके चलते इन अटकलों को और हवा मिली. इसी बीच सीएम कमलनाथ ने सलमान से बात होने की बात कही तो इसे लोकसभा चुनाव से जोड़ते हुए यह प्रचार शुरू हो गया कि सलमान खान को कांग्रेस इंदौर जैसी कठिन सीट से उतारने जा रही है.


    


सलमान के ट्वीट के बाद कांग्रेस की किरकिरी
सलमान के ट्वीट के बाद सबसे ज्यादा किरकिरी कांग्रेस के नेताओं की हुई. अब कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मोर्चा संभाला है और पूरे मामले पर सफाई दी है. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रभारी प्रशासन महामंत्री राजीव सिंह ने कहा कि सीएम की सलमान से बात जरूर हुई थी और उन्हें प्रदेश के लिए कुछ करने की दुहाई दी गई. सिंह की माने तो सलमान को एमपी पर्यटन का ब्रांड एम्बेसडर बनाने का ऑफर दिया गया है.