जामनगर लोकसभा सीटः बीजेपी-कांग्रेस के बीच होगी कड़ी टक्कर
जामनगर सीट पर बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में पांच बार लगातार जीत दर्ज की थी.
जामनगरः गुजारत प्रदेश का जामनगर शहर कच्छ की खाड़ी के दक्षिण में स्थित है. यह आधुनिक और प्रचीनता का समावेश से बना शहर है. यह एक दर्शनीय स्थल भी है. जामनगर सौराष्ट्र के पांच प्रमुख शहरों में से एक है. यहां रिलायंस की ऑयल रिफाइरिंग कंपनी है इस वजह से इसे ऑयल सिटी भी कहते हैं.
जामनगर लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ रहा है. हालांकि 2004 और 2009 में लगातार कांग्रेस इसे जीतने में सफल रही थी. लेकिन 2014 में इसे बीजेपी ने फिर इसे अपने कब्जे में कर लिया था. जामनगर लोकसभा सीट पर 1962 में चुनाव हुआ था. जिस पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.
वहीं, 1989 में पहली बार बीजेपी ने जामनगर सीट पर जीत हासिल की थी. बीजेपी की टिकट से चंद्रेश पटेल कोरडिया लगातार 1991, 1996, 1998 और 1999 में जीत दर्ज की थी. इसके बाद 2004 और 2009 में विक्रमभाई कांग्रेस को जीत दिलाई थी. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में पूनमबेन ने फिर से बीजेपी को जामनगर से जीत दिलाई.
पूनमबेन ने विक्रमभाई को 1 लाख से अधिक वोट से शिकस्त दी. विक्रमभाई अगर 2014 में जीतते तो वह इस सीट पर हैट्रिक जीत हासिल कर सकते थे. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
वहीं, माना जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जामनगर सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर हो सकती है. बता दें कि 2017 के विधानसभ चुनाव में जामनगर के 7 सीटों पर कांग्रेस ने चार सीटों पर और बीजेपी ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी. ऐसे में माना जा रहा है कि लोकसभा सीट पर दोनों दलों के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है.
बीजेपी की ओर से पूनमबेन को फिर से मौका मिल सकता है. वहीं, कांग्रेस की ओर से विक्रमभाई को ही इस सीट का दावेदार माना जा रहा है. देखना यह होगा कि इस बार कौन किसको शिकस्त देगा.