नई दिल्लीः मध्य प्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के मजबूत गढ़ों में से एक है. यहां से सांसद सुषमा स्वराज देश की विदेश मंत्री भी हैं. सुषमा स्वराज ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को बड़े मतों के अंतर से हराया था. कांग्रेस की विदिशा लोकसभा सीट पर पकड़ हमेशा से ही कमजोर रही है. विदिशा लोकसभा सीट से न सिर्फ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी सांसद रह चुके हैं. बता दें पिछले 30 सालों से यहां बीजेपी के प्रत्याशी ही जीतते आए हैं.


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राजनीतिक इतिहास
1967 में अस्तित्व में आई विदिशा लोकसभा सीट पर पहले चुनाव में भाजपा के पंडित शिव शर्मा ने जीत दर्ज कराई थी. इसके बाद 1971 में भी यहां भारतीय जनसंघ, 1977 में जनता पार्टी, 1980 और 1984 में कांग्रेस ने यहां जीत दर्ज कराई. इसके बाद 1989 से लेकर आज 2014 के लोकसभा चुनावों तक लगातार यहां भाजपा उम्मीदवार ही जीत दर्ज कराए आए.


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2014 के राजनीतिक समीकरण
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से उम्मीदवार सुषमा स्वराज ने कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह को 4,10,698 वोटों के बड़े अंतर से हराया था. इस चुनाव में सुषमा स्वराज को 7,14,348 और लक्ष्मण सिंह को 3,03,650 वोट मिले थे. बता दें इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी सुषमा स्वराज ने विदिशा में भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज कराई थी.


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सांसद सुषमा स्वराज का रिपोर्ट कार्ड
सांसद सुषमा स्वराज को उनके निर्वाचन क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए 22.71 करोड़ का फंड आवंटित किया गया था. जिसमें से उन्होंने 22.03 करोड़ विकास कार्यों में खर्च कर दिया. जबकि 69 लाख फंड बिना खर्च किए रह गया.