श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन पर निशाना साधा है. महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जंगल का कानून चल रहा है. एसडीएम को पीटा जा रहा है. कैदियों को पीटा जा रहा है. रास्ते बंद किए जा रहे हैं. ऐसा नहीं लगता कि हम उस हिन्दुस्तान के साथ हैं जो सबका एक मुल्क था. आज कश्मीर के ऊपर इतने जुल्म किए जा रहे हैं. कश्मीरियों को दबाने के लिए सारी कोशिशें की जा रही हैं. कश्मीरी खौफ में उठता है कि मैंने किस हिन्दुस्तान से हाथ मिलाया है.


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जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा ने कहा कि आम लोगों को तो दिक्कत हो रही है. दुकानदारों को नुकसान हो रहा है. कैंसर मरीजों की मौत हो रही है. तानाशाही चल रही है.


पूर्व सीएम महबूबा ने कहा कि दो साल तक सरकार में रही, अच्छे से अच्छे वकीलों के सहारे मैंने पीएम मोदी और गृहमंत्री राजनाथ को बताने की कोशिश की अगर आपने 35A के साथ छेड़छाड़ की तो हम आपके साथ हुकूमत तोड़ देंगे. दो साल तक कोई छेड़छाड़ नहीं हुआ.



जम्मू-कश्मीर में एसडीएम के साथ हाथापाई, महबूबा ने कार्रवाई की मांग की
जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सेना के कुछ जवानों ने उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) से कथित रूप से हाथापाई की जिसके बाद पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और पूर्व नौकरशाह एवं जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट प्रमुख शाह फैसल ने सैन्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.


अधिकारियों ने बताया कि एसडीएम दुरू गुलाम रसूल वानी काजीगुंड जा रहे थे और रास्ते में उनके सरकारी वाहन को जवानों ने रोक लिया.


उन्होंने बताया कि वानी ने उनसे कहा कि उनकी गाड़ी को जाने दिया जाए क्योंकि वह ड्यूटी पर हैं. बहरहाल, जवानों ने कथित रूप से उनपर हमला कर दिया.
इनपुट: भाषा