इंदौर: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोडशो के दौरान हिंसा पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की हार नजदीक देख ममता अपने सियासी विरोधियों को कुचलने की कोशिश कर रही हैं. 


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तोमर ने संवाददाताओं से कहा, "पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का आधार खिसक रहा है और लोकसभा चुनावों में इस दल की हार नजदीक है. यह देख ममता पूरी तरह बौखला गयी हैं. इसलिये वह संविधान, कानून और प्रोटोकॉल को ताक पर रखकर विरोधियों को कुचलने का प्रयास कर रही हैं." उन्होंने कहा, "मैं भाजपा अध्यक्ष के रोडशो को रोकने के लिये मंगलवार को भड़काये गये उपद्रव की कठोर शब्दों में निंदा करता हूं. लेकिन ममता को नहीं भूलना चाहिये कि जब-जब भाजपा को कुचलने की कोशिश हुई है, तब-तब भाजपा संघर्ष की आग में कुंदन बनकर उभरी है." 


 



 


केंद्रीय मंत्री ने दावा किया, "जब 23 मई को लोकसभा चुनावों का परिणाम आयेगा, उस दिन पश्चिम बंगाल में ममता की तृणमूल कांग्रेस बुरी तरह हारेगी और भाजपा वहां बड़ी तादाद में सीटें जीतेगी." उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा, "यह पश्चिम बंगाल का दुर्भाग्य है कि इस सूबे में कम्युनिस्ट पार्टियों की पूर्ववर्ती सरकारें भी इसी तरह का तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाती थीं." 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के हमलों पर पलटवार करते हुए तोमर ने कहा, "प्रियंका को मोदी, भाजपा और भ्रष्टाचार के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है. देश तय कर चुका है कि उसे दागदार नहीं, बल्कि मोदी जैसा दमदार प्रधानमंत्री चाहिये." 


केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मोदी से आंख मिलाने के लिये 56 इंच के सीने की जरूरत होती है. (कांग्रेस के) गांधी परिवार के किसी भी व्यक्ति में मोदी से आंख मिलाने की हिम्मत नहीं है." तोमर ने ‘‘झूठ बोलने के मामले में’’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को "भारतीय राजनीति का सबसे माहिर नेता" करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनावों के परिणाम आने के बाद राहुल देश के सियासी परिदृश्य में "अप्रासंगिक" हो जायेंगे क्योंकि उनमें विचारों और अनुभव की कमी है.