नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के मतदान से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी की जनता को संबोधित करते हुए एक चिट्ठी लिखी है. चिट्ठी के जरिए राहुल गांधी ने अमेठी और वहां की जनता के प्रति अपनी भावनाएं जताने की कोशिश की है लेकिन राहुल गांधी के इस दांव पर भी लोकसभा चुनावों में उनको टक्कर दे रहीं बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने करारा हमला बोला है.


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चिट्ठी में अमेठी को बताया परिवार
राहुल गांधी ने अपनी चिट्ठी की शुरुआत में लिखा है, "अमेठी मेरा परिवार है. मेरा अमेठी परिवार मुझे हिम्मत देता है कि मैं सच्चाई के साथ खड़ा रहूं, मैं गरीब-कमजोर लोगों की पीड़ा सुन सकूं और उनकी आवाज उठा सकूं और सबके लिए एक समान न्याय का संकल्प ले सकूं. आपने मुझे जो प्यार की सीख दी थी, उसके आधार पर मैंने पूरे देश को उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक जोड़ने की कोशिश की है."


अंत में किया है विकास का वादा
चिट्ठी के अंत में राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए लिखा है, "पूरा देश भाजपा के 5 साल के अन्याय के खिलाफ, न्याय के साथ खड़ा है. आने वाली 6 मई को अमेठी के चुनाव होने वाले हैं. मेरा अमेठी परिवार जानता है कि भाजपा के लोग चुनाव के दौरान यहां झूठ की फैक्ट्री लगा देते हैं और पैसे की नदियां बहाते हैं. लेकिन बीजेपी वाले शायद जानते नहीं कि अमेठी की ताकत उसकी सच्चाई, स्वाभिमान और सादगी है. अमेठी की जनता से मेरा वचन है कि केन्द्र में कांग्रेस सरकार बनते ही भाजपा द्वारा अमेठी के लिए रोके गये सारे काम तेज गति से शुरु होंगे. 6 मई को भारी संख्या में वोट देकर अपने इस परिवार के सदस्य को एक बार फिर मजबूती दीजिये."


स्मृति ईरानी ने दिया करारा जवाब
राहुल गांधी की इस चिट्ठी पर पलटवार करते हुए अमेठी लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कहा, "परिवार छोड़कर कभी कोई जाता नहीं है. अगर चिट्ठी लिख रहे हैं तो इस बात का सन्देश दे रहे हैं कि उन्होंने अमेठी को कभी इतनी अहमियत ही नहीं दी कि स्वयं यहां आकर दर्शन दें और चुनाव में न्याय पंचायतवार जाएं. मैं तो इतना ही कहूंगी कि राहुल गांधी का हिन्दू और हिंदुस्तान विरोधी चेहरा केवल अमेठी की जनता ही नहीं पूरे हिंदुस्तान के सामने आ चुका है."


स्मृति ईरानी ने अपना हमला जारी रखते हुए आगे कहा, "एक तरफ उनकी पार्टी ने यासीन मालिक को महिमामंडित किया जिसने कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतारा, दूसरी ओर उनके नेता एक ऐसे नेता के साथ मंच पर जाते हैं जो हिन्दुओं को हिंसक बताते हैं. राहुल गांधी बिल्कुल अपनी सहूलियत के हिसाब से जनेव पहनते हैं. राहुल गांधी अमेठी और देश की जनता को बताएं कि क्यों वो और उनके पार्टी के नेता बार-बार हिन्दुओं का अपमान करते हैं."