पटनाः राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने हाल के दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ उनके मंच साझा नहीं किए जाने पर विपक्षी महागठबंधन में 'दरार' की अटकलों के बीच सोमवार को स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में बिहार में चुनावी रैलियों के दौरान वे कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मंच साझा करेंगे.


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राहुल गांधी ने बिहार में अब तक चार चुनावी रैलियों को संबोधित किया है लेकिन तेजस्वी ने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मंच साझा नहीं किया.



तेजस्वी ने महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर और रालोसपा के नेताओं के साथ पटना में सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा “मैं निश्चित रूप से उनके (राहुल गांधी) साथ मंच साझा करूंगा और आने वाले दिनों में आप इसे (मंच साझा करना) देखेंगे.


तेजस्वी ने इसे रणनीति का एक हिस्सा बताते हुए कहा कि हमें (महागठबंधन के नेताओं) चुनाव प्रचार के दौरान अधिक से अधिक स्थानों को कवर करना चाहिए.


उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि यही बात उस दौरान भी कही जा रही थी क्योंकि लालू प्रसाद, राहुल गांधी और नीतीश कुमार मंच साझा नहीं कर रहे थे.


तेजस्वी ने कहा कि उस समय भी यही रणनीति थी कि तीनों नेता चुनाव प्रचार के दौरान अधिक से अधिक विधानसभा क्षेत्र कवर करना चाहते थे.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के बिहार में एकसाथ रैलियों को संबोधित किए जाने के बारे तेजस्वी ने आरोप लगाया कि उनका एकसाथ होना उनकी मजबूरी है क्योंकि अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो उनकी सभा में एक हजार लोग भी नहीं जुट पाएंगे.


तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में प्रधानमंत्री की रैली के दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार हमेशा इसलिए मौजूद रहते हैं क्योंकि वे अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर वे प्रधानमंत्री की रैली में नहीं जाते हैं, तो भाजपा के लोग उनपर संदेह करना शुरू कर देंगे कि वे फिर से कहीं मेरी तरफ तो नहीं आ गए.