आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, पूर्वांचल में पीएम मोदी को देंगे चुनौती
2014 में मुलायम ने मैनपुरी के साथ आजमगढ़ लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था.
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है. 11 अप्रैल से शुरू होने वाला चुनावी समर एक महीने से ज्यादा समय तक चलेगा. सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक होने वाले मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी. इन सबके बीच उत्तर प्रदेश से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस लोकसभा चुनाव में ताल ठोकेंगे. सूत्रों की मानें तो, अखिलेश लोकसभा चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से चुनावी मैदान में उतरेंगे.
पार्टी सूत्रों से मिली खबरों की मानें तो, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आजमगढ़ लोकसभा सीट से पूर्वांचल की राजनीति को साधने की कोशिश में हैं. वहीं, पूर्वी यूपी की आजमगढ़ लोकसभा सीट से वर्तमान में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव सांसद हैं. हाल ही में मुलायम सिंह यादव ने संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि हम सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी कामना है कि सभी लोकसभा सदस्य फिर से चुनकर आएं.
यह भी कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव पिता मुलायम सिंह यादव की सीट से चुनाव लड़कर उनकी राजनीतिक विरासत पर अपनी मुहर लगाना चाहते हैं. वहीं, मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित करने के बाद उन्हें यहां से चुनाव लड़ाने की पूरी तैयारी हो चुकी है. बता दें कि 2014 में मुलायम ने मैनपुरी के साथ आजमगढ़ लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ा था. दोनों ही सीटों पर जीत हासिल करने के बाद उन्होंने आजमगढ़ सीट को अपने पास रखा था. हाल ही में सपा ने लोकसभा चुनाव के लिए यूपी की नौ सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.
बता दें कि कुछ माह पहले ही मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने नई पार्टी का गठन कर यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 के लिए यूपी में बहुजन समाज पार्टी, रालोद और सपा में गठबंधन हुआ है. इस लिहाज से आजमगढ़ सीट को अखिलेश के लिए मजबूत माना जा रहा है. इस सीट पर भारी संख्या में यादव, मुस्लिम और दलित वोट हैं. हालांकि, अखिलेश पहले कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीतते रहे हैं. लेकिन, वर्तमान में वह न तो सांसद हैं और न ही विधायक. ऐसे में लगाई जा रही अटकलों पर मुहर लगना तय माना जा रहा है. बता दें कि यूपी की 80 सीटों में 38 सीटों पर बसपा, 37 सीटों पर सपा और 3 सीटों पर आरएलडी चुनाव लड़ेंगे.